भारत ने अपना रूख और कड़ा करते हुए कश्मीर पर बातचीत के पाकिस्तान के ताजा न्यौते को वस्तुत: खारिज कर दिया। भारत ने पाक को स्पष्ट रुप से कहा कि वह सीमापार आतंकवाद पर चर्चा का इच्छुक है जो उसकी मुख्य चिंता है।
कश्मीर के हालात पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह के साथ श्रीनगर में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान महबूबा मुफ्ती ने पत्रकारों के सवाल पर अपना आपा खो दिया। तीखे सवालों से नाराज महबूबा अचानक से ही प्रेस वार्ता खत्म कर वहां से चली गईं जिससे थोड़ी देर के लिए राजनाथ भी असहज हो गए।
कश्मीर घाटी में हिंसा और झड़पों का दौर बीते 48 दिनों से जारी है। आतंकी बुरहान वानी के मसले के बाद हालात सामान्य नहीं हुए हैं। लिहाजा केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने इस ओर अब अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। घाटी में एक ओर जहां बीएसएफ की तैनाती कर दी गई है, वहीं अमन और शांति की बहाली के लिए गृह मंत्री राजनाथ सिंह श्रीनगर में हैं।
56 मुस्लिम देशों का प्रतिनिधित्व करने वाले संगठन आर्गेनाईजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (ओआइसी) के महासचिव अयाज अमीन मदनी के कश्मीर मामले में दिए गए बयान की भारतीय उलेमाओं ने आलोचना की है। भारतीय उलेेमा और बुद्धिजीवियों के मुताबिक मदनी का यह कहना गलत है कि कश्मीर अंतरराष्ट्रीय मामला है बल्कि कश्मीर समस्या विशुद्ध रूप से भारत का आंतरिक मामला है, जिसे बातचीत से हल किया जा सकता है।
दलितों में अत्याचार को लेकर गुजरात में भाजपा के वरिष्ठ नेता और अब पितामह का दर्जा पा चुकेे लालकृष्ण आडवाणी ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के मौजूदा हालात पर भी अपने विचार व्यक्त किए।
मुंबई से एक नवजात बच्चे के साथ महिला व तीन अन्य लोगों के इस्लामिक स्टेट से जुड़ने के लिए देश छोड़कर जाने का मामला सामने आया है। ये लोग जून में गए थे। 26 वर्षीय अशफाक अहमद, उसकी पत्नी, 22 वर्षीय भतीजा मोहम्मद सिराज और 30 वर्षीय एजाज रहमान देश छोड़ दिए। अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने बताया, यह आश्चर्य कर देने वाली बात है कि एक परिवार के चार लोग प्रतिबंधित संगठन से जुड़ने चले गए। हम लोग उपदेशक मोहम्मद हनीफ से अशफाक और उसके परिवार को आईएस की ओर आकर्षित करने के रोल पर पूछताछ कर रहे हैं।
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में विपक्षी नेताओं ने शनिवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की और उनसे आग्रह किया कि वह केंद्र सरकार से कश्मीर के वर्तमान संकट का प्रशासनिक की जगह राजनीतिक समाधान ढूंढ़ने को कहें।
भारत और पाकिस्तान के बीच विदेश सचिव स्तर की वार्ता के बारे में भारत ने बुधवार को कहा कि गेंद अब पाकिस्तान के पाले में है। भारत ने जोर देकर कहा कि इस्लामाबाद को ही सीमापार से जारी आतंकवाद, जम्मू कश्मीर के हिस्से पर अवैध कब्जे और आतंकी शिविरों को बंद करने पर निर्णय लेना है।
आतंकवाद को बढ़ावा देने के मुद्दे पर भारत के बाद अब बांग्लादेश ने पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया है। बांग्लादेश का कहना है कि इस बात को साबित करने के पर्याप्त सबूत हैं कि पाकिस्तान आतंकवाद को पाल-पोस रहा है। मीडिया के मुताबिक बांग्लादेश के सूचना और प्रसारण मंत्री हसनुल हक इनू ने भारत की यात्रा के दौरान पाक पर आतंक को लेकर हमला बोला है।