सरकार ने कालाधन रखने वालों को एक और मौका देते हुए नोटबंदी के बाद जमा राशि की घोषणा पर कर, जुर्माना तथा अधिभार के रूप में कुल 50 प्रतिशत वसूली का प्रस्ताव आज संसद में किया। सरकार ने यह भी प्रस्ताव किया है कि इस अवधि में धन जमा कराने वालों के बारे में यदि यह सबित हुआ कि उन्होंने काला धन रखा है तो उनसे अधिक ऊंची दर और कड़े जुर्माने के साथ कुल 85 प्रतिशत की दर से वसूली की जाएगी।
भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने नोटबंदी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। नोटबंदी को लेकर किए गर सर्वे पर उन्होंने सवाल दागे हैं। शत्रुघ्न ने हालांकि अपने हमले में पीएम नरेंद्र मोदी का नाम नहीं लिया है। गुजरे जमाने के सिने अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने ट्विटर पर लिखा कि मूर्खों की दुनिया में जीना बंद करें लोग, लोगों को हो रही तकलीफ को समझें।
पीएम नरेंद्र मोदी को बड़े नोटों को बंद करने की सलाह देने वाले पुणे के अनिल बोकिल सरकार के अचानक लिए गए फैसले से खफा बताए जा रहे हैं। बोकिल ने कहा कि नोटबंदी पर सरकार के फैसले में उनके सारे सुझावों को शामिल नहीं किया गया। बोकिल ने अपनी नाखुशी जाहिर करते हुए कहा है कि सरकार ने बेहोशी की दवा दिये बिना ऑपरेशन कर दिया है।
रबी मौसम की बुवाई को लेकर चिंतित सरकार ने राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक :नाबार्ड: से नकदी संकट से जूझ रहे किसानों को 21,000 करोड़ रुपये वितरित करने की अनुमति दी है। आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने बुधवार को यह जानकारी दी।
उच्चतम न्यायालय ने देश के विभिन्न उच्च न्यायालयों में नोटबंदी के संबंध में लंबित कार्यवाही पर स्थगनादेश जारी करने की केंद्र की अपील को बुधवार को यह कहते हुए नामंजूर कर दिया कि हो सकता है कि जनता उनसे त्वरित राहत चाहती हो।
अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में विनिवेश मंत्री रहे अरुण शौरी ने साफ कहा है कि पीएम मोदी का नाेटबंदी का फैसला बिना होमवर्क के किया गया है। उन्होंने कहा कि फैसले के पीछे का उद्देश्य अच्छा हो सकता है, लेकिन इस पर ठीक से विचार नहीं किया गया।
बंद किए गए 1000 और 500 रुपये के पुराने नोटोें को बदलने की सीमा को सरकार ने 4500 रुपये से घटाकर 2000 रुपये कर दिया है। यह व्यवस्था शुक्रवार से प्रभावी होगी। अन्य नियमों में सरकार ने शादियाें के जारी मौसम को देखते हुए दूल्हा, दुल्हन या उनके माता-पिता को बैंक खाते से ढाई लाख रुपये तक नकदी निकासी की अनुमति दी है।
देश में बडे़ नोटों को अमान्य करार दिए जाने के बाद बैंकों में आम जनता की सहूलियत के लिए काउंटर बढ़ाने की मांग करते हुए भारतीय जनता पार्टी की एक वरिष्ठ नेत्री ने जालंधर में आज कहा कि बिना तैयारी के ही सरकार ने यह घोषणा कर दी है और सरकार के इस फैसले ने आवाम को भिखारी बना दिया है।
पुरानी नकदी का चलना बंद होने से जहां एक ओर लोग अपने काले धन को सफेद करने की जुगाड़ में लगे हैं, वहीं देश में कर चोरी की प्रवृत्ति और अचानक नोट बंद होने से मची अफरा-तफरी में अनेक लोगों की मेहनत का सफेद धन भी कालेधन में बदल गया है।