भारत सहित दुनिया भर में एक बार फिर से साइबर हमला हुआ है। इसका शिकार भारत के मुंबई स्थित कंटेनर पोर्ट जवाहर लाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (JNPT) समेत दुनिया की 20 बड़ी कंपनियां हुई हैं।
केंद्रीय राजस्व हंसमुख अधिया ने कहा कि देश की लगभग 8-9 लाख पंजीकृत कंपनियां सालाना रिटर्न नहीं भरती, जिसके कारण ये कंपनियां मनी लॉन्ड्रिंग में लिप्त हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि पीएमओ ने जो टास्क फोर्स बनाया है वह हर 15 दिन में इन कंपनियों की निगरानी कर रहा है।
एयर इंडिया ने शुक्रवार को शिवसेना सांसद रविंद्र गायकवाड़ पर लगा यात्रा प्रतिबंध हटा लिया गया है। गायकवाड़ ने गुरुवार को संसद में घटना को लेकर खेद व्यक्त किया था, साथ ही नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक गजपति राजू को पत्र लिखकर भी खेद जताया था। इसके बाद नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने गायकवाड़ पर लगा बैन हटाने के लिए एयर इंडिया को पत्र लिखा। तब जाकर एयर इंडिया ने गायकवाड़ की हवाई यात्रा पर लगा प्रतिबंध हटाने का फैसला किया है।
एअर इंडिया के कर्मचारी के साथ दुर्व्यवहार करने वाले शिवसेना सांसद रवींद्र गायकवाड़ करीब दो सप्ताह बाद गुरुवार को संसद पहुंचे। सदन में उन्होंने एयर इंडिया की घटना का जिक्र किए बिना कहा कि विनम्रता मेरे स्वभाव में है। उन्होंने कहा कि मैं सदन से माफी मांगता हूं, लेकिन अफसर से माफी नहीं मागूंगा।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आज से कालेधन के खिलाफ एक देश व्यापक ऑपरेशन छेड़ दिया है। ईडी ने देशभर में एक साथ 300 फर्जी कंपनियों के खिलाफ छापेमारी की कार्रवाई शुरू कर दी है। ईडी ने 300 फर्जी कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई के तहत 100 स्थानों पर छापे मारे। ये वे कंपनियां हैं जिन्होंने नोटबंदी के दौरान बड़े पैमाने पर कालेधन को खपत किया था।
सरकार ने आईटी विशेष आर्थिक क्षेत्र :सेज: स्थापित करने के लिये ओरैकल इंडिया तथा एल एंड टी कंस्टक्शन इक्विपमेंट समेत पांच प्रस्तावों को मंजूरी दे दी है।
साधारण बीमा कंपनियां अपने कारोबार के कई क्षेत्रों में बीमा प्रीमियम की दरें 10 से 15 प्रतिशत तक बढ़ाने की योजना बना रही हैं ताकि उनका कारोबार लाभदायक बना रहे। बीमा कंपनियों ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि लगातार बढ़ते घाटे और ब्याज दरों में गिरावट जैसे कारणों से कुछ खंडों में ब्याज दरें घटने से कंपनियों की निवेश आय भी प्रभावित हो रही है।
अवैध धन को वैध बनाने के लिए बनाई गई खोखा कंपनियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। एक सरकारी कार्य दल ने करीब 10 लाख ऐसी कंपनियों के खिलाफ केस चलाने का फैसला किया है। भविष्य में खोखा कंपनियों के जरिये काले धन को सफेद करने पर अंकुश लगाने के लिए कार्य दल ने आधार आधारित केवाईसी रजिस्टर बनाने का भी फैसला किया है।