नरेंद्र मोदी 2014 के लोकसभा चुनाव में बहुमत हासिल कर देश के प्रधानमंत्री बन गए लेकिन अभी भी राज्यों के विधानसभा चुनाव जीतने के लिए पीएम मोदी और उनकी भाजपा खुलकर सामने आने में हिचकिचाती है। जब आप देश जीत लेते हैं तो आपको राज्यों को जीतना और आसान हो जाता है। लेकिन भाजपा के साथ ऐसा नहीं है।
उत्तर प्रदेश के नगर विकास मंत्री आज़म खान ने भाजपा पर एक बड़ा हमला बोला है। उन्होंने प्रदेश के स्याना में एक समारोह में से इतर पत्रकार वार्ता में कहा कि भाजपा पूरे देश का माहौल खराब कर रही है। यूपी में चुनाव के लिए भाजपा को कोई मुद्दा मिल नहीं रहा है। लिहाजा वह यूपी में दंगे कराने की फिराक में है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने प्रदेश में मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना की शुरुआत की थी। इस यात्रा में बुजुर्गों को मुफ्त में देश भर के प्रमुख तीर्थ स्थलों की यात्रा कराई जाती है। इस योजना का फल शिवराज को बुजुर्गों ने वोट के रूप में दिया। पिछले साल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेख यादव ने भी समाजवादी श्रवण यात्रा की शुरुआत की थी।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि सपा और भाजपा की अंदरूनी मिलीभगत के कारण ही साम्प्रदायिक सौहार्द का माहौल खराब होता है। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर में एक भाजपा विधायक और सपा के एक नेता षड्यंत्र रचने जा रहे हैं कि प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले साम्प्रदायिक दंगे कराए जाएं, ताकि उसकी आग पूरे प्रदेश में फैल जाए और उसका सियासी फायदा उठाया जा सके।
उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव की कैबिनेट का सोमवार को सातवां विस्तार हुआ। नए मंत्रियों को सुबह 11 बजे राजभवन में राज्यपाल राम नाइक ने शपथ दिलाई। कुछ दिनों पहले बर्खास्त किए गए मंत्री बलराम यादव को फिर मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया गया है। इसके अलावा नारद राय, जियाउद्दीन रिजवी, रविदास मेहरोत्रा और शारदा प्रसाद शुक्ल मंत्री बने हैं। मुख्तार अंसारी प्रकरण और अब बलराम यादव के दोबारा कैबिनेट में प्रवेश के बाद अखिलेश के चाचा शिवपाल यादव नाराज बताए जा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने माफिया सरगना मुख्तार अंसारी की पार्टी कौमी एकता दल (कौएद) के समाजवादी पार्टी में विलय के मुद्दे पर पहली बार खुले लहजे में कहा कि वह पार्टी में मुख्तार जैसे लोगों को नहीं चाहते और वह उनकी पार्टी में नहीं रहेंगे।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के अड़ जाने के बाद समाजवादी पार्टी ने गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी की पार्टी के सपा में विलय को महज तीन दिन बाद शनिवार को रद्द कर दिया। पार्टी के इस निर्णय की चौतरफा आलोचना हुई थी।
ब्रिटेन 28 देशों के यूरोपीय यूनियन से अलग होने की राह पर है। इस अलगाव के बाद भारत और दुनिया की अर्थव्यस्था पर व्यापक असर पड़ने लगा है। दुनिया भर के बाजार गिरने का खतरा मंडरा रहा है। भारतीय शेयर बाजार में प्री ओपनिंग में सेंसेक्स 900 अंक तक गिर गया है। निफ्टी में भी 300 अंक की गिरावट दर्ज की गई है। रुपया भी डॉलर के मुकाबले 68 रुपए के स्तर से अधिक हो गया है। ब्रिटेन की मुद्रा पाउंड 30 साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है।
आर्थिक रुप से जुड़े यूरोप के देशों के संगठन यूरोपीय यूनियन से अलग होने के लिए ब्रिटेन में जनमत संग्रह हो रहा है। मीडिया में खबर आ रही है कि मुसलमानों के डर की वजह से भी इस तरह का जनमत संग्रह कराया जा सकता है। जनता के फैसले के बारे मेंं शुक्रवार को पता चलेगा। सबसे बड़ा सवाल है कि ब्रिटेन जमनत संग्रह क्यों करा रहा है। जानकारों का कहना है कि मुस्लिम प्रवासियों की बढ़ती तादाद से ब्रिटेन को खासी चिंता है।