Advertisement

Search Result : "water disputes"

गंगा में पानी हो रहा कम, निर्मल और अविरल धारा की कलकल हो जाएगी धीमी

गंगा में पानी हो रहा कम, निर्मल और अविरल धारा की कलकल हो जाएगी धीमी

किसी भी नदी की अविरल धारा बनाये रखने के लिए नदियों में देशांतरीय संयोजना एवं पर्याप्त प्रवाह जरूरी है लेकिन गंगा नदी में सर्दी और गर्मी के महीने में कई स्थानों पर पानी का प्रवाह रूक जाता है, साथ ही गंदे जल एवं औद्योगिक अपशिष्ट का प्रवाह जारी रहता है। इस चुनौती को ध्यान में रखते हुए नमामि गंगे योजना के तहत गंगा की धारा की निर्मलता, पर्याप्त प्रवाह एवं स्वच्छता को बहाल करने को सरकार प्रमुखता दे रही है।
जानिएं, क्‍यूं रालेगण सिद्धि में ही अन्‍ना का हुआ विरोध

जानिएं, क्‍यूं रालेगण सिद्धि में ही अन्‍ना का हुआ विरोध

अन्‍ना के जल संरक्षण मॉडल से उनके गांव वाले ही उनसे नाराज हो गए हैं। अन्‍ना के सामाजिक जीवन में शायद यह पहली बार हो रहा है। जब उनके अपने लाेगों ने ही उनका विरोध किया है। गांव के किसान वाटर लेबल में सुधार के लिए बोरवेल भरे जाने की अन्‍ना की मुहिम को दरकिनार करते हुए एकमत होकर कहा है कि हम हर बार अन्‍ना की नहीं सुनेंगे।
पानी के लिए त्राहिमाम

पानी के लिए त्राहिमाम

देश पानी के भीषण संकट से गुजर रहा है। मराठवाड़ा के हालात पर हर दिन चर्चा हो रही है। सुरक्षा बल के साथ वहां पानी की ट्रेन भेजी गई और कई लोग पूरे दिन में सिर्फ एक गिलास पानी पर रहने को मजबूर हैं। उत्तर प्रदेश में पानी हर साल संकट और तबाही का कारण बनता रहा है। किसी साल बाढ़ तो किसी साल सूखे की त्रासदी झेलने को मजबूर उार प्रदेश में गर्मी का मौसम शुरू होते ही 50 जिले सूखे की चपेट में आ गए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि पिछले दो दशकों में कभी भी मार्च के अंत और अप्रैल के शुरुआती सप्ताह में ऐसे विकराल रूप में सूखा नहीं पड़ा। उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त की मानें तो राज्य के पचास जिलों को सूखाग्रस्त घोषित किया जा चुका है। ऐसे 21 जिले हैं जिसमें किसानों को 33 प्रतिशत फसल का नुकसान हुआ है। जहां तक सूखा पीड़ित क्षेत्रों के किसानों को सरकारी मदद का सवाल है, यह मदद उन्हीं किसानों को दी जाएगी जिनकी 33 प्रतिशत से अधिक फसल नष्ट हुई है। अभी मई और जून की भीषण गर्मी के दिनों में और भी जिलों के सूखा प्रभावित होने आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। पूर्वी उत्तर प्रदेश के चार मंडलों के बीच जिलों में पानी के स्रोत सूख चुके हैं। आंकड़ों के अनुसार सबसे खतरनाक स्थिति भूगर्भ जल स्तर के औसतन छह से नौ फुट तक नीचे जाने के कारण उत्पन्न हुई है। इन जिलों के डेढ़ हजार से अधिक कुओं का जलस्तर न्यूनतम होने के कारण कुएं सूख गए हैं। 80 प्रतिशत से अधिक हैंडपंप सूख चुके हैं।
वियतनाम में सेटेलाइट ट्रैकिंग स्टेशन बनाएगा भारत, निगाह चीन पर

वियतनाम में सेटेलाइट ट्रैकिंग स्टेशन बनाएगा भारत, निगाह चीन पर

भारत जल्द ही दक्षिणी वियतनाम में एक सेटेलाइट ट्रैकिंग और इमेजिंग केंद्र स्‍थापित करेगा जिससे भारतीय भू-निगरानी उपग्रह से हनोई तक की तस्वीर ली जा सकेगी और चीन तथा दक्षिणी चीन सागर तक की गतिविधियों पर निगाह रखी जा सकेगी।
बिहार चुनाव का हवाला दे असम में राहुल ने साधा मोदी पर निशाना

बिहार चुनाव का हवाला दे असम में राहुल ने साधा मोदी पर निशाना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर करारा प्रहार करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज उन पर चुनाव जीतने के लिए खोखले चुनावी वादे करने और लोगों के बीच मतभेद पैदा करने का आरोप लगाया। राहुल ने लोगों से भाजपा के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया।
कैसे गायब होते हैं शनि से पानी के आयन?

कैसे गायब होते हैं शनि से पानी के आयन?

वैज्ञानिकों ने एक नई खोज में पाया कि कैसे शनि ग्रह के पर्यावरण से पानी के आयन निकल जाते हैं। उन्होंने एक ऐसे बिंदु का पता लगाया है जहां से यह आयन ग्रह के वातावरण से गायब हो जाते हैं।
कोका-कोला पर जल संकट पैदा के आरोप, नार्वे से आई रिपोर्ट

कोका-कोला पर जल संकट पैदा के आरोप, नार्वे से आई रिपोर्ट

दुनिया की जानी-मानी बेवरेज कंपी कोका-कोला पर भारत में जल संसाधनों के दुरुपयोग के आराेप लगे हैं। नार्वे की एक संस्‍था ने अपनी रिपोर्ट में कोका-कोला द्वारा भारत में की जा रही जल संसाधनों की बर्बादी का खुलासा किया है। इस रिपोर्ट के आधार पर नार्वे के सरकारी पेंशन फंड पर कोका-कोला से निवेश वापस खींचने की मांग की जा रही है।
इस्लामी देशों के सामने दुखड़ा रोएगा पाकिस्तान

इस्लामी देशों के सामने दुखड़ा रोएगा पाकिस्तान

पाकिस्तान ने कहा है कि वह भारत की शर्तों पर उसके साथ बात नहीं करेगा और अगर बातचीत के एजेंडे में कश्मीर तथा पानी के मुद्दे शामिल नहीं होंगे तो किसी तरह की बातचीत नहीं होगी। पाकिस्तान ने यह भी कहा है कि वह कल जेद्दाह में होने जा रहे इस्लामी सहयोग संगठन (ओआईसी) की बैठक के मंच पर इन मुद्दों को भी उठाएगा।
गर्म मौसम में फिटनेस

गर्म मौसम में फिटनेस

गर्मियों के मौसम में फिटनेस का जितना बुखार चढ़ता है उतना किसी और मौसम में नहीं चढ़ता। सर्दियों में गुनगुनी रजाई से बाहर निकलने का मन नहीं करता, बारिश में भीगते हुए कौन दौड़ने जाएगा का प्रश्न उठ खड़ा होता है। ऐसे में यही एक मौसम बचता है जिसमें सभी को लगता है कि जितना व्यायाम करना है इसी मौसम कर लें और पूरे साल के लिए फिट हो जाएं। फिटनेस का ऐसा जुनून आप पर भी है तो जरा गौर फरमाएं।
ममता की ना के बाद, तीस्ता समझौता अटका

ममता की ना के बाद, तीस्ता समझौता अटका

देश की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के स्पष्ट करने के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दो टूक शब्दों में कह दिया कि इस बार तीस्ता नदी के पानी के बंटवारे पर कोई समझौता नहीं होगा। इस पर किसी भी तरह की बातचीत करने से इनकार कर दिया।
Advertisement
Advertisement
Advertisement