प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरर्राज्यीय परिषद की बैठक में बाबा साहेब डा. भीमराव आंबेडकर द्वारा लिखी बात का हवाला देते हुए कहा कि भारत जैसे देश में सामाजिक सुधार का काम उतना ही मुश्किल है जितना स्वर्ग जाने का रास्ता। मोदी ने कहा कि आज भी यह बात बिल्कुल प्रासंगिक है।
महाराष्ट्र और केंद्र में एक-दूसरे की सहयोगी भाजपा और शिवसेना के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। इस बात का संकेत इस बात से मिला कि शिवसेना ने अपने स्वर्ण जयंती समारोह में सहयोगी दल भाजपा को आमंत्रित नहीं किया है।
एक ओर जहां केंद्र सरकार आज देश में विनायक दामोदर सावरकर जयंती मना रही है वहीं सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश और भारतीय प्रेस परिषद के पूर्व अध्यक्ष मार्कंडेय काटजू ने सावरकर के स्वतंत्रता सेनानी होने पर ही सवाल उठा दिए हैं और कहा है कि वह अंग्रेजों के एजेंट थे।
पहली बार संयुक्त राष्ट्र ने बी आर आंबेडकर की जयंती मनाई और संस्था के एक शीर्ष अधिकारी ने इन प्रख्यात भारतीय समाज सुधारक को हाशिये पर जी रहे लोगों के लिए एक वैश्विक प्रतीक करार दिया और उनके विजन को पूरा करने के लिए भारत के साथ मिलकर काम करने की इस वैश्विक निकाय की कटिबद्धता प्रदर्शित की।
बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधा। बाबा साहेब की जन्म स्थली महू में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस को पश्चाताप करना चाहिए कि संविधान निर्माता की विरासत को भी ठीक से नहीं रख पाई।
ग्रामीण भारत की तस्वीर बदलने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ग्रामोदय से भारत उदय अभियान की शुरूआत 14 अप्रैल को करेंगे। बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री मध्य प्रदेश के महू से इस अभियान की शुरूआत करेंगे। जबकि इस अभियान का समापन पंचायती राज दिवस के अवसर पर 24 अप्रैल को होगा।
संयुक्त राष्ट्र में पहली बार भारतीय संविधान के रचयिता और दलित अधिकार कार्यकर्ता बी आर अंबेडकर की जयंती मनाई जाएगी जिसमें सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) हासिल करने के लिए असमानताओं से लड़ने पर ध्यान दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज स्पष्ट कर दिया कि दलितों के लिए आरक्षण नीति में कोई बदलाव नहीं होगा। इस मुद्दे पर झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वियों को आड़े हाथ लिया और पुरजोर शब्दों में कहा कि दलितों से उनका यह अधिकार कोई नहीं छीन सकता।