सलमान-शाहरूख की दोस्ती हो और हंगामा न हो ऐसा कहीं हो सकता है क्या। दोनों की दुश्मनी के किस्से मशहूर हैं तो दोबारा दोस्ती के किस्से भी तो मशहूर होना चाहिए।
सऊदी अरब में पहली बार एक महिला ने नगर परिषद चुनाव में जीत हासिल कर इतिहास रच दिया। सलमा बिन हिजब अल ओतीबी ने मक्का में मदरका की नगर निगम परिषद का चुनाव जीत कर अत्यंत रूढ़िवादी सऊदी अरब की पहली निर्वाचित महिला प्रतिनिधि बनने का गौरव हासिल किया है। यह पहला मौका है जब सऊदी में महिलाओं को मतदान करने और चुनाव लड़ने का अधिकार मिला। मताधिकार मिलने से उत्साहित सऊदी की महिलाओं के लिए नतीजे भी बेहद उत्साहजनक आए हैं।
बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान को बॉम्बे हाईकोर्ट ने वर्ष 2002 के हिट एंड रन मामले में बरी कर दिया है। निचली अदालत ने इस मामले में सलमान को 5 साल की कैद की सजा सुनाई थी। हाईकोर्ट ने कहा कि आम आदमी कुछ भी सोचता हो मगर अभियोजन ने जो सबूत पेश किए हैं उनके आधार पर अभिनेता को दोषी नहीं ठहराया जा सकता।
बंबई उच्च न्यायालय ने बुधवार को वर्ष 2002 के हिट एंड रन केस में बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान के पूर्व पुलिस अंगरक्षक और गवाह रवींद्र पाटिल की गवाही पर संदेह जताया और कहा कि उन पर पूरी तरह विश्वास नहीं किया जा सकता। अदालत के संदेह व्यक्त करने से सलमान को राहत मिलने की संभावना प्रबल हो गई है।
देश में बढ़ती असहिष्णुता पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को घेरने वाली कांग्रेस के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा है कि सलमान रूश्दी की किताब 'द सेटेनिक वर्सेस' पर राजीव गांधी सरकार की तरफ से प्रतिबंध लगाया जाना एक गलती थी।
फिल्म निर्माता अनुराग बसु ने कहा है कि वह सलमान खान जैसे एक बोरिंग अभिनेता के साथ काम करने की बजाय जोखिम लेने वाले रणबीर कपूर के साथ काम करना पसंद करेंगे। बसु अपनी आगामी फिल्म जग्गा जासूस के लिए रणबीर के साथ काम कर रहे हैं और बॉक्स आफिस पर अभिनेता के खराब प्रदर्शन से वह जरा भी विचलित नहीं हैं। बर्फी में रणबीर को पहले निर्देशित कर चुके बसु ने कहा कि वह रणबीर की प्रयोगात्मक प्रकृति के प्रशसंक हैं।
आगरा में एक सामूहिक विवाह कार्यक्रम के दौरान एक विचित्र स्थिति उत्पन्न हो गई जहां पंचायत चुनाव होने वाले हैं। यहां की पुलिस ने आचार संहिता के उल्लंघन का हवाला देते हुए शादी करने जा रहे 23 दूल्हों को जबरन घोड़ी से उतार दिया।
सलमान रश्दी सहित 200 से अधिक जानेमाने लेखकों ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन से कहा है कि वह भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ होने वाली अपनी बातचीत के दौरान भारत में बढ़ते भय के वातावरण और बढ़ती असहिष्णुता का मुद्दा उठाएं। यह पीईएन इंटरनेशनल की ओर से एक महीने से कम समय में दूसरा एेसा पत्र है।