सीरिया में हुए रासायनिक हमले के बाद अमेरिका ने भी बड़ी कार्रवाई करते हुए हवाई हमले शुरु कर दिए हैं। अमेरिका सीरियाई सरकार के हवाई ठिकानों पर 60 से ज्यादा मिसाइलें दाग चुका है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 10 देशों ने रूस और पश्चिमी देशों के बीच संघर्ष को टालने की कोशिश करते हुए एक समझौता प्रस्ताव वितरित किया। यह प्रस्ताव सीरिया में संदिग्ध रासायनिक हमले की पूर्ण जांच की मांग करने को लेकर दिया गया।
सरकार ने आज कहा कि उसे पूरा भरोसा है कि भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता मिलेगी और वीटो शक्ति को लेकर वह नए और पुराने स्थायी सदस्यों के बीच किसी तरह का भेदभाव नहीं चाहती। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने राज्यसभा में पूरक प्रश्नों के जवाब में भारत को सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता मिलने का विश्वास जताया।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार समूहों के प्रमुख जैद राद अल-हुसैन ने इस बात पर हैरानी जतायी है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पूछताछ की प्रक्रिया के दौरान प्रताड़ना का समर्थन किया। जैद ने अमेरिका में प्रताड़ना की संभावना को पुनर्जीवित करने को पूरी तरह से निराशाजन बताया है।
सीरिया और इराक से बारूदी सुरंगों, देसी बमों और अन्य जिंदा बमों का सफाया करने के संबंध में संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि इसके लिए लगभघ 40 से 50 वर्ष का समय लगेगा, तब जाकर सीरिया और इराक से जिंदा बमों का सफाया संभव हो सकेगा।
सीरिया में संदिग्ध रासायनिक हमले को निंदनीय बताते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि इस तरह के कृत्य ओबामा प्रशासन की कमियों का परिणाम हैं। इस हमले में 58 लोगों की मौत हो गई है।
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निक्की हेली ने दावा किया है कि वकालत की पढ़ाई करने वाली उनकी मां को उस समय भारत में महिलाओं की स्थिति के कारण अदालत में न्यायाधीश के तौर पर पीठ में शामिल नहीं किया गया था।
देश के अगले राष्ट्रपति के लिए भाजपा की सहयोगी शिवसेना आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत का नाम आगे बढ़ाया है। शिवसेना ने एनडीए और पीएम नरेंद्र मोदी से अपील करते हुए कहा कि भारत को 'हिंदू राष्ट्र' बनाने के लिए भागवत को राष्ट्रपति बनाना बेहद ज़रूरी है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने उत्तर कोरिया के हालिया बैलिस्टिक मिसाइल प्रक्षेपण और इंजन परीक्षण की कड़ी निंदा करते हुए इसे संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों का गंभीर उल्लंघन बताया।
उत्तरी सीरिया के एक गांव में स्थित मस्जिद पर हुए हवाई हमलों में 42 लोगों की मौत हो गई जबकि 12 से अधिक लोग घायल हो गए। सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के प्रमुख रामी अब्देल रहमान ने इस खबर की जानकारी दी।