रजनीकांत, अमिताभ बच्चन, करण जौहर और अनुराग कश्यप समेत बॉलीवुड की जानी मानी हस्तियों ने बाजार से 500 और 1000 रुपये के नोटों को चलन से बाहर करने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के फैसले की सराहना की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अतुल्य भारत अभियान का चेहरा होंगे। पर्यटन मंत्रालय ने अंतत: इस अभियान से अमिताभ बच्चन या किसी अन्य बॉलीवुड सितारे को जोड़ने की योजना टाल टी है। इसी साल आमिर खान को इस अभियान से हटाए जाने के बाद यह स्थान रिक्त है।
दिल को छू लेने वाली एक पहल के तहत महाराष्ट्र में एक जिलाधिकारी ने बिल्कुल ही निराले अंदाज में सेवानिवृत्त हो रहे अपने ड्राइवर का सम्मान किया। जिलाधिकारी ने ड्राइवर को अपनी सजी-धजी सरकारी गाड़ी में पिछली सीट पर बिठाया और खुद गाड़ी चलाकर कार्यालय तक लेकर गए। सेवानिवृत्ति के दिन अपने उच्चाधिकारी से ऐसी सम्मानजनक विदाई पाकर चालक भाव विह्वल हो उठा।
जल्द ही लोग सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार के स्तर के बारे में जान सकेंगे। दरअसल, पहली बार केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) 25 संगठनों में रिश्वत के बारे में विचार जुटाने के लिए एक जन धारणा सूचकांक (पब्लिक परसेप्शन इंडेक्स) लाने जा रहा है।
इस बार दर्शकों के सामने दो फिल्में बॉक्स ऑफिस पर आई हैं। दोनों चर्चित और बड़ी फिल्में हैं। लेकिन यदि दर्शकों जो भी फिल्म देख लें या तो वे कुएं में गिरेंगे या खाई में। अजय देवगन और करण जौहर दोनों ही ने अपनी कमजोर निर्देशकीय पारी खेली है।
धर्मशाला अंतरराष्टीय फिल्मोत्सव (डीआईएफएफ) ने कल स्थानीय जिला कारागार में एक फिल्म की विशेष स्क्रीनिंग की। जेल के कैदियों और कर्मचारियों के लिए विशेष तौर पर फिल्म वेन हरि गाट मैरिड की स्क्रीनिंग की गयी।
ए दिल है मुश्किल की निर्विघ्न रिलीज का मार्ग आज प्रशस्त हो गया क्योंकि उसके निदेशक करण जौहर ने प्रोड्यूसर्स गिल्ड के अध्यक्ष मुकेश भट्ट के साथ जाकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस से भेंट की और उन्हें आश्वासन दिया कि उड़ी हमले के बाद देश में जनभावना को दखते हुए फिल्मकार पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम नहीं करेंगे।
अभिनेता अजय देवगन का कहना है कि जब राष्ट्रवाद की बात आती है तो फिल्म उद्योग एकजुट है लेकिन जब बीच में राजनीति घुस जाती है तो बॉलीवुड पूरी तरह भयभीत और कमजोर हो जाता है।
मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्मोत्सव (मामी) पर भी सोमवार को भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव की छाया देखने को मिली। फिल्मोत्सव के आयोजकों ने पाकिस्तानी फिल्म जागो हुआ सवेरा की स्क्रीनिंग के दौरान विरोध प्रदर्शन के खतरे को देखते हुए अपने रेट्रोस्पेक्टिव वर्ग से इस फिल्म को हटा दिया है।