आज के समय में जहां बच्चे पढ़ाई के दम पर अपने भविष्य को संवारने में जुटे हुए हैं, वहीं शुक्रवार को एक ऐसी घटना सामने आई जिसने लोगों को चौंका दिया है। पिछले चार सालों से दो भाई-बहनों ने पढ़ाई के खौफ से खुद को कमरे में बंद कर लिया थ्ाा।
केवल कुमार शर्मा ने आईआईटी खड़गपुर के एक कार्यक्रम में कहा कि जिन छात्रों को वित्तीय कारणों से देश छोड़ना पड़ रहा था, हमें उम्मीद है कि अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अनुसंधान फेलोशिप के तहत मेधावी छात्र देश में ही रहकर अध्ययन कर पायेंगे।
जे के रोलिंग की लोकप्रिय हैरी पॉटर सीरीज प्रशंसकों को मौत के साथ सामना करने में मददगार साबित हो सकती है। एक अध्ययन में पता चलता है कि जो लोग मरने के विचार पर ध्यान केन्द्रित करते हैं वे कई पुस्तकें पढ़ सकते हैं या कई बार फंतासी फिल्में देख सकते हैं।
अभिनव श्रीवास्तव ने आधार ई-केवाईसी वेरिफिकेशन नाम की एक ऐप डेवलप की थी जिसके ज़रिए वो डेटा हैक किया करता था। अभिनव स्टार्टअप कंपनी क्वार्थ टेक्नोलाजी का को-फाउंडर भी, जिसे 2016 में ओला ने अधिग्रहण किया था।
कहा जाता है कि ज्ञान और बुद्धि कभी अमीरी-गरीबी नहीं देखती। और आज यह बात छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में साबित हो गई, जहां एक ऑटो ड्राइवर की बेटी ने आईआईटी में 169वीं रैंक हासिल की।
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार और आईआईटी मद्रास से पूछा था कि आईआईटी-जेईई परीक्षा में उन छात्रों को ग्रेस मार्केस क्यों दिए गए, जिन्होंने ‘गलत प्रश्नों’ को हल करने का प्रयास ही नहीं किया।