राष्ट्रगान पर प्रतिबंध लगाने वाले उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद स्थित स्कूल पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने उसे सोमवार को सील कर दिया और प्रबंधक को गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि स्कूल प्रबंधक ने स्वतंत्रता दिवस पर छात्रों को राष्ट्रगान गाने की इजाजत नहीं दी।
इलाहाबाद के एक स्कूल में राष्ट्रगान गाने पर पिछले बारह सालों से पाबंदी लगी हुई है। इस प्राइवेट स्कूल के स्टाफ ने इस बार के स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रगान की इजाजत मांगी तो प्रिंसिपल समेत नौ टीचर्स की नौकरी चली गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मंगलवार को रोड शो के दौरान बीमार पड़ीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की हालत स्थिर है। उन्हें बुधवार को दिल्ली के गंगा राम अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अगर कोई छोटा बच्चा अपनी नन्हीं ऊंगलियों से तबलेे की बेहतरीन ताक धिना धिन ताल एक लय में बिखेरने लगे तो उसका हर कोई फैन हो जाएगा। दिल्ली के कुमार मंगलम वर्ल्ड स्कूल विकासपुरी के कक्षा पांचवी के छात्र 9 साल के अभिवंदन विज इन दिनों अपने तबले के हुनर से लाखों लोगों के दिलों पर राज कर रहे हैं।
उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र से अपनी पार्टी का बिगुल फूंकते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को यहां एक बड़ा रोड शो किया। सर्किट हाउस से इंग्लिशिया लाइन तक आठ किलोमीटर लंबे रोड शो में कांग्रेस के हजारों समर्थकों और कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया।
अगले साल होने वाले उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान की शुरूआत करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी दो अगस्त को वाराणसी शहर में रोड शो करेंगी। वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है।
सबको शिक्षा का अधिकार की मुहिम को गाजियाबाद में करारा झटका लगा है। यहां एक छात्रा ने इसलिए फांसी लगा खुदकुशी कर ली क्योंकि उसके माता-पिता स्कूल की फीस नहीं चुका पा रहे थे। फीस लेने उसके घर पहुंची शिक्षिकाओं के दुर्व्यवहार और पिता की पिटाई से दुखी होकर नौंवी कक्षा की छात्रा ने अपना जीवन ही खतम कर दिया।
मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिला मुख्यालय से 18 किलोमीटर दूर झांसी-टीकमगढ़ मार्ग पर शुक्रवार सुबह बरमाताल गांव के पास एक जीप और ट्रक में भिड़ंत हो गई, जिससे जीप में सवार आठ लोगों की मौत हो गई। हादसे में दो महिलाओं और दो बच्चों सहित 10 अन्य यात्री घायल हो गए।
देश में पिछले दो सालों में खाने पीने की चीजों के दामों में बेेतहाशा बढ़ोतरी हुई है। लोग इसका रोना भी रो रहे हैं। लेकिन रोजमर्रा के उपयोग की इन वस्तुओं के दामों में कोई कमी नहीं आई। इन सबके बीच शिक्षा पर भी महंगाई की मार पड़ी है। पिछले दो सालोंं में स्कूलों की फीस और शिक्षण सामग्री भी महंगी हुई है।