अब तक चीन अपनी सीमा में भारतीयों के तीर्थ कैलाश मानसरोवर जाने के लिए कुल 250 तीर्थयात्रियों को इजाजत देता है। इस बार चीन ने इस संख्या को बढ़ाने की मंजूरी दी है।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भारत और चीन के बीच कारोबारी संबंध बढ़ाने पर जोर दिया हैा उन्होंने कहा कि भारत चीन के निवेशकों का स्वागत करता हैा जो निवेशक देश के मेक इन इंडिया में अपनी भागीदारी देता है उनके लाभ के लिए भारत हर संभव प्रयास करेगाा
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी चार दिन के चीन दौरे पर मंगलवार को ग्वांग्झू पहुंचे जहां द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण राजनीतिक और आर्थिक समझौते होंगे। वहीं द्विपक्षीय बैठकों के दौरान एनएसजी में भारत की सदस्यता का बीजिंग द्वारा विरोध और जैश ए मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक आतंकवादी घोषित कराने के भारत के प्रयास को रोकने जैसे मुद्दे भी उठेंगे।
अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी के संभावित उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह अगर राष्ट्रपति बने तो चीन और अमेरिका के संबंधों को नई दिशा मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि उनके व्हाइट हाउस पहुंचने पर आक्रामक और अड़ियल चीन सही ढंग से पेश आएगा और अमेरिका का मित्र हो जाएगा।
भारत द्वारा सुपरसोनिक इंटरसेप्टर मिसाइल का परीक्षण किए जाने पर पाकिस्तान ने कड़ी नाराजगी जताई है। पाकिस्तान ने कहा कि भारत का मिसाइल परीक्षण क्षेत्र में शक्ति संतुलन को बिगाड़ने का काम करेगा।
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने दुनिया के विभिन्न हिस्सों में, खासकर पाकिस्तान में चीन की बढ़ती सैन्य उपस्थिति के प्रति आगाह करते हुए कहा है कि उसने भारतीय सीमा पर अपनी रक्षा क्षमताओं में इजाफा किया है और ज्यादा सैनिक तैनात किए हैं।
चीन भारत का सच्चा दोस्त कभी नहीं हो सकता। वह हमेशा कुछ न कुछ मसले पर भारत का विरोध करता आया है। ताजा मामले में चीन ने भारत की परमाणु आपूर्ति समूह में एंट्री रोकने के लिए पाकिस्तान के साथ एक साजिश रच दी है।
शंघाई में नियुक्त वरिष्ठ अमेरिकी राजनयिक ने अपने चीनी साथी के साथ विवाह रचा लिया है। देश में नौकरी कर रहे विदेशी राजनयिक द्वारा चीन में यह पहला गे-विवाह है।
भारत जल्द ही दक्षिणी वियतनाम में एक सेटेलाइट ट्रैकिंग और इमेजिंग केंद्र स्थापित करेगा जिससे भारतीय भू-निगरानी उपग्रह से हनोई तक की तस्वीर ली जा सकेगी और चीन तथा दक्षिणी चीन सागर तक की गतिविधियों पर निगाह रखी जा सकेगी।
सालाना 7 प्रतिशत की अनुमानित विकास दर से आगे बढ़ते भारत में अगले दस साल के दौरान विश्व की सबसे तेज विकसित अर्थव्यवस्था बनने की क्षमता है। हार्वर्ड के शोधकर्ताओं के मुताबिक, भारत अगले दस साल में अपने दक्षिण एशियाई प्रतिद्वंद्वी चीन से आगे निकल जाएगा जहां की अर्थव्यवस्था लगातार सुस्त पड़ती जाएगी।