संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी ने कहा है कि म्यामांर के रखाइन प्रांत में ताजा हिंसा की वजह से 25 अगस्त से अब तक 3,13,000 रोहिंग्या बांग्लादेश की सीमा में दाखिल हो चुके हैं।
मां-बाप के द्वारा 'बच्चे का भविष्य' संवारने के उद्देश्य से उन्हें स्कूल भेजा जाना, फिर उस बच्चे का कभी न लौटकर आना या कुछ ऐसे घाव साथ लेकर आना जिससे उबरने में शायद जिंदगी बीत जाए। ऐसे मां-बाप पर क्या गुजरेगी?
असल में म्यामांर के रखाइन प्रांत में रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ हो रही हिंसा के लिए आंग सान सू का विरोध हो रहा है और उनका शांति का नोबेल पुरस्कार वापस लिए जाने की मांग की जा रही है।
देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश के अस्पताल इन दिनों बच्चों की मौत को लेकर काफी चर्चा में बने हुए हैं। बीआरडी अस्पताल के बाद फर्रुखाबाद के अस्पलताल में हुई बच्चों की मौत को लेकर पूरा देश सदमे में है। इस घटना को लेकर अब शिवसेना ने प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधा है।
देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश के अस्पताल इन दिनों काफी चर्चा में बने हुए हैं। गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल में बच्चों की मौत के बाद अब फर्रुखाबाद के अस्पताल में बच्चों की मौत का मामला सामने आया है।
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर पीके सिंह ने बताया कि इस साल जनवरी से अब तक इंसेफेलाइटिस, एनआईसीयू तथा सामान्य चिल्ड्रन वार्ड में कुल 1250 बच्चों की मौत हो चुकी है।