भारत और चीन के बीच दिल्ली में 18वें दौर की सीमा वार्ता आज से शुरू हो गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिछले साल सत्ता संभालने के बाद यह दोनों देशों के बीच पहले चरण की सीमा वार्ता है।
संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि विदेशों में उत्तर कोरिया के तकरीबन बीस हजार बंधुआ मजदूर हैं और उनमें से ज्यादातर चीन और रूस में हैं जबकि उत्तर कोरिया ने रिपोर्ट को सिरे से खारिज करते हुए इसे दुर्भावनापूर्ण करार दिया है।
श्रीलंका की पिछली महिंदा राजपक्षे सरकार के समय कोलंबो बंदरगाह के निर्माण में मदद करने वाले चीन द्वारा उस बंदरगाह पर बार-बार अपनी पनडुब्बियां भेजने से विवाद बढ़ता जा रहा है। श्रीलंका के नए राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना की सरकार ने चीन के इस कदम का कड़ा विरोध किया है जबकि चीन ने कहा है कि उसकी पनडुब्बियां वहां सिर्फ ईधन भरने के लिए रुकी थीं।
चीन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अरुणाचल प्रदेश की यात्रा को लेकर भारत के साथ कड़ा विरोध दर्ज कराया और कहा कि सीमा विवाद को सुलझाने के लिहाज से यह यात्रा कारगर नहीं है।