उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में राजनीतिक पार्टियों के वार रूम में चुनाव से जुड़े हर छोटे-बड़े पहलू पर ध्यान दिया जा रहा है और समाजवादी पार्टी का वार रूम भी टीवी चैनलों की निगरानी से लेकर सोशल मीडिया पर प्रचार और रिसर्च के काम को अंजाम देने में लगा है।
उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक मुलायम सिंह यादव द्वारा सपा-कांग्रेस गठबंधन का खुला विरोध किये जाने से पैदा सूरतेहाल के बीच लोकदल इसमें अपने लिये सम्भावनाएं देख रहा है और उसे उम्मीद है कि मुलायम राज्य के आगामी विधानसभा चुनाव में उसके प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार करेंगे।
उच्चतम न्यायालय ने लोढ़ा समिति की प्रमुख सिफारिशों को स्वीकार कर लिया है और ऐसे में सबसे बड़ा झटका उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ (यूपीसीए) को लगेगा जिसके सभी पांच निदेशक 70 साल से अधिक उम्र के हैं और उनके कोषाध्यक्ष को भी अपना पद छोड़ना पड़ेगा।
अदालतें सचमुच इन दिनों कमाल कर रही हैं। सत्तारूढ़ या प्रतिपक्ष के नेताओं को भले ही अदालती न्याय से कष्ट हो रहा है, लेकिन जनता का विश्वास बढ़ता जा रहा है। अब हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने एक मामले की सुनवाई के बाद सख्त आदेश दिया है कि उ.प्र. में सड़कों के किनारे, चौराहे अथवा हाईवे या गलियों में बने अवैध धार्मिक स्थलों को तोड़ दिया जाए।
उत्तर प्रदेश के चुनाव की सुगबुगाहट तो बहुत दिनों से दिखने लगी थी, लेकिन अब इसमें तेजी आ गई है। एक अखबार का सर्वे दावा कर रहा है कि लोगों की पसंद में सबसे ऊपर वरुण गांधी हैं। अखबार ने पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, सांसद योगी आदित्यनाथ और युवा सांसद वरुण गांधी के बीच ऑनलाइन सर्वेक्षण कराया था। वरुण को सबसे ज्यादा 3,204 मत मिले हैं।