अलेप्पो में सीरियाई और रूसी विमानों की भारी बमबारी के चलते शहर में लगातार वीभत्स होती स्थिति के मद्देनजर अमेरिका ने रूस पर बर्बरता दिखाने का आरोप लगाया है। इस बमबारी को सीरिया में पांच साल से चल रहे युद्ध की सबसे भारी बमबारी बताया जा रहा है।
फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलोंद ने पेरिस में हुए हमलों को युद्ध की कार्रवाई बताते हुए कहा कि फ्रांस सीरिया में आतंकी समूह इस्लामिक स्टेट यानी आईएस के खिलाफ लड़ाई तेज करेगा और आईएस को खत्म करके ही दम लेगा।
बीते शुक्रवार फ्रांस में हुए आतंकी हमलों के जवाब में फ्रांस ने सीरिया के इस्लामिक स्टेट के गढ़ पर बम बरसाए। इन विमानों ने जाॅर्डन और संयुक्त अरब अमीरात से उड़ान भरी थी। गौरतलब है कि पेरिस पर हुए आईएस के हमलों में 129 लोग मारे गए थे।
जापान पर नृशंस परमाणु बमबारी के सत्तर साल आज पूरे हुए। 6 और 9 अगस्त 1945 को जो डेढ़ से दो लाख नागरिक हिरोशिमा और नागासाकी पर अमेरिका के गिराए बमों से तत्काल मारे गए, शायद एक मायने में उनसे ज्यादा उन्होंने झेला जो जिंदा रह गए। एक खास बात जो इस पीढ़ी और अणुबम-जनित बीमारियों को झेलती बाद की पीढ़ियों में देखी गई वो यह कि उनमें किसी बदले की भावना की जगह दुनिया को परमाणु मुक्त बनाने की आकांक्षा ने ले ली, क्योंकि मानवीय हिंसा के इस सर्वाधिक संहारक हथियार के बाद शायद अब वापस ही लौटा जा सकता था।