टाइम्स ऑफ इंडिया फिल्म अवॉर्ड्स यानी टोइफा की धूम मचनी शुरू हो गई है। सितारे दुबई की ओर कूच कर गए हैं। दुबई में 18 मार्च को होने वाले इस कार्यक्रम को लेकर फिल्मी दुनिया से लेकर फिल्मों के मुरीदों तक में बराबर का उत्साह बना हुआ है
अभिव्यक्ति की आजादी के लिए यह वर्ष नाटकीय रहा है। यह इंडियाज डॉटर पर सेंसरशिप से लेकर श्रेया सिंघल फैसले के उत्साह और फिर गुपचुप तरीके से इंटरनेट पर पोर्नोग्राफी को ब्लॉक करने की सरकारी कोशिश के बीच झूलता रहा। हालांकि हर घटना ने अलग-अलग नाराजगी पैदा की मगर सच यही है कि ये सभी जुड़ी हुई हैं। ये सभी अभिव्यक्ति की आजादी पर खतरे को दूर रखने वाले संवैधानिक सुरक्षा उपायों में मौजूद खामियों को बताने वाले चेतावनी संकेत हैं।
जापानी अपराध कथा लेखक कीगो हिगाशिमो के उपन्यास, द डिवोशन ऑफ सस्पेक्ट एक्स पर मलयालम में एक फिल्म बनी, दृश्यम। मोहनलाल अभिनीत यह फिल्म खूब चली। अब यही फिल्म हिंदी में दर्शकों के लिए हाजिर है।
अमेरिका में रहने वाले बांग्लाभाषियों के लिए अगला सप्ताह यादगार होने वाला है। ह्यूस्टन में बांग्ला वार्षिक सम्मेलन होने जा रहा है, जिसमें मशहूर पार्श्व गायिका श्रेया घोषाल के साथ सरोद वादक उस्ताद अमजद अली खान अपनी प्रस्तुति देंगे।
रवींद्रनाथ टैगोर के चर्चित उपन्यास ‘योगायोग’ पर एक संगीतमय फिल्म बनाई गई है। निर्देशक शेखर दास ने मीरा के भजनों और भारतीय शास्त्रीय रागों को आधार बना कर फिल्म बनाई है। इस फिल्म के लिए खास तौर पर बॉलीवुड की प्रसिद्ध गायिका श्रेया घोषाल और शास्त्रीय गायिका कौशिकी चक्रवर्ती ने भारतीय शास्त्रीय संगीत पर आधारित गानों में अपनी आवाजें दी हैं।