हजरत निजामुद्दीन दरगाह के सज्जादानशीन सहित दो भारतीय उलेमा आज स्वदेश लौट आए। ये दोनों गत सप्ताह पाकिस्तान में लापता हो गए थे। सैयद आसिफ निजामी और उनके भतीजे नाजिम अली निजामी का उनके परिवार के सदस्यों और शुभचिंतकों के एक समूह ने नई दिल्ली हवाई अड्डे पर स्वागत किया।
देश भर में कल ईद उल जुहा (बकरीद) मनाने की तैयारी चल रही है। बाजारों और दुकानों पर लोगों की भीड़ देखी जा रही है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी कुर्बानी के इस पर्व की पूर्व संध्या पर देश के नागरिकों को बधाई दी और उम्मीद जताई कि यह त्योहार समाज में सार्वभौमिक भाईचारे, शांति एवं सौहार्द को बढ़ाने के लोगों के प्रयासों को मजबूत करेगा।
दरगाह आला हजरत से पाकिस्तान के आतंकी संगठन जमात-उद-दावा चीफ हाफिज सईद और उसे मसीहा मानने वालों को इस्लाम से खारिज कर दिया गया है। उसके संबोधन सुनने को भी हराम करार दिया गया है। मुसलमानों से कहा गया है कि वे हाफिज से बचकर रहें।
स्वतंत्रता दिवस पर झंडा फहराने को लेकर बरेली स्थित दरगाह आला हजरत ने अपने एक अहम फतवे में कहा है कि जश्न-ए-आजादी पर झंडा फहराने या जश्न मनाने में किसी तरह का कोई हर्ज नहीं है। फतवे में मुसलमानों से कहा गया है कि आजादी के जश्न में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लें।
टीपू सुल्तान को लेकर विवाद थमने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है। अब आरएसएस के मुखपत्र पांचजन्य में छपे एक लेख में टीपू सुल्तान को दक्षिण भारत का औरंगजेब बताया गया है।
बरेलवी मरकज दरगाह आला हजरत के उलमा ने दहेज मांगने वालों और शादियों में खड़े होकर खाना खिलाने वालों का बहिष्कार करते हुए उनके यहां निकाह न पढ़ाने का फैसला किया है।