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रहन-सहन

सेहतमंद रहने की फटाफट रेसिपी

सेहतमंद रहने की फटाफट रेसिपी

आज की दौड़ती भागती जिंदगी में बहुत दफा ऐसा होता है भूख लगने पर हमारे पास कुछ खाने के लिए नहीं होता है। ज्यादातर बाजार का तला-भुना या गंदा खाना मजबूरी हो जाती है। ऐसे में हम बताने जा रहे हैं खाने की कुछ ऐसी चीजें जो न केवल फटाफट बनती हैं बल्कि आपको स्वस्थ भी रखती हैं। झट से बनाकर आप इन्हें अपने लंच बॉक्स में रख लें और कार या बस में बैठकर खाएं-
सेरोगेसी के लिए कड़े नियम बनाए

सेरोगेसी के लिए कड़े नियम बनाए

अब किराए की कोख के मामले में यह सुनिश्चित करना अनिवार्य होगा कि किराये की कोख देने वाली मां के साथ धोखाधड़ी न हो। लिहाजा विदेश से आने वाले दंपति को यह वीजा तभी प्रदान किया जाएगा जब विदेशी दंपति उपयुक्त रूप से विवाहित हों और विवाह कम से कम दो साल से कायम हो।
तैयारी प्रजनन अक्षमता से जूझने की

तैयारी प्रजनन अक्षमता से जूझने की

विश्वस्तरीय चिकित्सा सुविधाओं, बेहतरीन विशेषज्ञता और कम खर्च में बेहद अच्छे परिणामों के चलते भारत पूरी दुनिया में स्वास्थ्य पर्यटन का सबसे अच्छा विकल्प बनकर उभरा है। दुनिया भर के मरीजों को यहां बहुत सारी मेडिकल सेवाएं मुहैया कराई जा रही हैं जिसमें प्रजनन क्षमता यानी फर्टिलिटी से संबंधित बेहतरीन चिकित्सा भी शामिल है।
बराबर का बेहतरीन अचार

बराबर का बेहतरीन अचार

खाना कोई भी हो उसके साथ अचार हो तो खाने का स्वाद बेहद बढ़ जाता है। फिर चाहे वह अचार आम का हो, मिर्च का, नींबू का या लहसन का।
जंजैहली से कमरुघाटी का रोमांचक सफर

जंजैहली से कमरुघाटी का रोमांचक सफर

जिला मंडी से जंजैहली बस स्टैंड तक की दूरी लगभग 86 किलोमीटर है। किसी भी निजी वाहन या बस द्वारा यहां पहुंचा जा सकता है। रास्ते में चैलचौक, कांढा, बगस्याड तथा थुनाग आदि छोटे-छोटे स्टेशन आते हैं।
फैशन के रंग

फैशन के रंग

मौसम की गरमाहट शुरू होने से पहले जरूरी है कि आप अपनी अलमारी को व्यवस्थित कर लें और फिर पूरे मौसम कपड़ों का आनंद उठाएं।
रंग-गुलाल के बाद त्वचा की देखभाल

रंग-गुलाल के बाद त्वचा की देखभाल

पूरे साल भर आप जिस त्वचा को संभाल कर रखते हैं, होली के दिन उसे थोड़ा-बहुत नुकसान तो हो ही जाता है। कितना भी प्राकृतिक रंगों बात की जाए लेकिन उनमें केमिकल होना तय है।
होली की मस्ती और ठंडई

होली की मस्ती और ठंडई

होली का त्योहार हो और ठंडाई न पी जाए तो क्या मजा। भांग की ठंडाई पीने का मजा केवल होली में ही है। इसके बिना तो होली बुरा मान जाएगी! है न। भांग की ठंडाई पी कर ढोलक की थाप पर नाचने का मजा ही कुछ और है। अगर मन भांग की ठंडाई मिल जाए तो साल भर इस तृप्ति का अहसास रहता है। अगर आपको होली की ठंडाई बनाने की विधि नहीं आती तो परेशान होने की बात नहीं है। यह लीजिए पेश है भांग की ठंडाई खास आपकी इच्छा की मांग पर।
होली का त्योहार और गुझिया

होली का त्योहार और गुझिया

होली का त्योहार आते ही फागुनी मस्ती में मिठास घुल जाती है। इस मिठास का स्वाद और बढ़ जाता है जब इसमें गुझिया की खुशबू और रंगत भी शामिल हो जाते हैं। होली के पर्व पर यह खास पकवान घर-घर बनाया जाता है।
काले रंग का गया जमाना

काले रंग का गया जमाना

काला रंग पार्टी के लिए सबसे अहम रंग माना जाता रहा है। लेकिन अब यह बीती बात हो गई है। फैशन डिजाइनरों की मानें तो ‘नए काले’ के रूप में अब सफेद उभर रहा है।