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रहन-सहन

'असुरक्षित लोग सक्रिय रहते हैं फेसबुक पर'

'असुरक्षित लोग सक्रिय रहते हैं फेसबुक पर'

शोधकर्ताओं का कहना है कि अपने रिश्तों में भावनात्मक तौर पर असुरक्षित महसूस करने वाले लोग फेसबुक पर ज्यादा सक्रिय होते हैं। वह दूसरे लोगों का ध्यान खींचने की उम्मीद के साथ लगातार अपनी वाल पर टिप्पणी करते रहते हैं। दूसरों की टिप्पणियों को लाइक करते हैं और अपना स्टेटस बदलते रहते हैं।
जंगल की राह और चट्टान का जिगर

जंगल की राह और चट्टान का जिगर

डांडेली टाइगर रिजर्व के प्रवेश स्थल पर जब मैं पहुंचा तो वहां मेरे और मेरी गाड़ी के ड्राइवर के अलावा और कोई न था। न कोई चौकीदार और न ही कोई अन्य सरकारी अमलेदार। दूसरे सैलानियों के पहुंचने से पहले जंगल में अलसुबह घुसकर जानवरों को देखने की चाह में मैं शायद कुछ ज्यादा ही जल्दी पहुंच गया था।
सतरंगी यात्रा का रोमांच

सतरंगी यात्रा का रोमांच

आली बुग्याल बेदनी से तीन-चार किलोमीटर की दूरी पर है। खूबसूरती में भी वो बेदनी बुग्याल के उतना ही नजदीक है। कुछ रोमांचप्रेमी घुमक्कड़ आली को ज्यादा खूबसूरत मानते हैं।
सस्ते में भूटान यात्रा

सस्ते में भूटान यात्रा

भूटान की रोमांचक यात्रा का अनुभव रहस्यमय होने के साथ ही किफायती भी है, बशर्ते कि आप योजनाबद्ध तरीके से सैर-सपाटे को निकलते हैं और मोलभाव करते हैं। प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर इस देश की यात्रा करते हुए आप कई अद्भुत और रहस्यमयी चीजों से रूबरू हो पाएंगे।
कहां से चले कहां तक

कहां से चले कहां तक

पर्यटन स्थल नहीं बदले, वहां आ कर उसे निहारने वाले लोग बदल जाते हैं। ऐसे ही कुछ बदलावों पर एक नजर
कहाँ गए हमारे कार्टून?

कहाँ गए हमारे कार्टून?

कार्टून पर हमले भलेही यूरोपीय देशों में हो रहे हों, लेकिन अपने देश में वह पहले ही मरणासन्न हालत में है. साढ़े तीन दशक पहले जब हमने पत्रकारिता में कदम रखा था तब लगभग हर अखबार में कार्टून छपा करते थे, उन पर चर्चा हुआ करती थी, नामी कार्टूनिस्ट हुआ करते थे. हिन्दी अखबार, जिनकी अर्थव्यवस्था अपेक्षाकृत कमजोर मानी जाती थी, वहाँ भी दो-दो कार्टूनिस्ट होते थे.
आसां हुई दिल की निगरानी

आसां हुई दिल की निगरानी

अमेरिका में भारतीय मूल के चिकित्सक डॉ. जय एस. यादव ने हृदय की निगरानी के लिए एक ऐसा उपकरण बनाया है जो दिल से फेफड़े की ओर जाने वाली धमनी (पल्मोनरी आर्टरी) में रक्त के दबाव की सटीक मॉनिटरिंग करता है और वह भी मरीज के घर में रहने के दौरान।
भारतीय मसालदानी में सिर्फ जीरा

भारतीय मसालदानी में सिर्फ जीरा

दोपहर के खाने में फास्ट-फूड का चलन बढ़ गया है। मैंने कभी नहीं सुना था कि लोग रात के खाने में पिज्जा खा रहे हैं। इसकी एक वजह वक्त की कमी भी है। होम-डिल्वरी सुविधा ने भी रसोईघर से दूरी बढ़ा दी है।
थाली हुई दादी-नानी की कहानी

थाली हुई दादी-नानी की कहानी

बाजार अब रेडी-टू-ईट यानि फटाफट खाद्य पदार्थों से भरा पड़ा है। मुंबई का बड़ा-पाव से लेकर कुछ भी घर लाओ, गरम करो और खाओ। फ्रोजन मार्केट यानि बर्फ में जमाई खाद्य सामग्री का बाजार तेजी से बढ़ रहा है।
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