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Search Result : "अटल बिहारी पुण्यतिथि"

नदी जोड़ परियोजना पर सुरेश प्रभु की रिपोर्ट हुई गायब

नदी जोड़ परियोजना पर सुरेश प्रभु की रिपोर्ट हुई गायब

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समय बनाई गई नदी जोड़ परियोजना की रिपोर्ट गायब हो गई है। इस रिपोर्ट को उस समय सुरेश प्रभु ने तैयार किया था। सूत्रों के मुताबिक नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद एक बार फिर नदी जोड़ परियोजना को जोर-शोर से शुरू किए जाने की कवायद होने लगी। लेकिन जब इस परियोजना की पिछली रिपोर्ट को मांगा गया तब पता चला कि यह रिपोर्ट ही गायब हो गई।
उपेक्षा पड़ सकती है भाजपा को भारीः बिहारी बाबू

उपेक्षा पड़ सकती है भाजपा को भारीः बिहारी बाबू

बिहार के विधानसभा चुनावों में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के रवैये से नाराज होने वालों की संख्या में हो रहा है इजाफा। पटना से भाजपा सांसद शत्रुघन सिन्हा के बागी तेवर बरकरार है।
बांके बिहारी के बजाय अफसरों की सेवा

बांके बिहारी के बजाय अफसरों की सेवा

वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर की प्रबंध समिति ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और 75 अन्य अधिकारियों को मंदिर प्रांगण में भोजन कराने के मामले में मंदिर के पुजारियों पर साढ़े सात लाख रुपए का जुर्माना लगाया है।
कोयला घोटाला : कोड़ा पर फैसला 14 जुलाई को

कोयला घोटाला : कोड़ा पर फैसला 14 जुलाई को

दिल्ली की एक विशेष अदालत ने मंगलवार को कोल ब्लाॅक आवंटन घोटाला मामले में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा और सात अन्य के खिलाफ आरोप तय करने के संबंध में आदेश जारी करने के लिए 14 जुलाई की तिथि निर्धारित की है।
वाजपेयी को बांग्लादेश का मुक्ति संग्राम सम्मान

वाजपेयी को बांग्लादेश का मुक्ति संग्राम सम्मान

अटल बिहारी वाजपेयी की ओर से सम्‍मान ग्रहण करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह हम सब भारतीयों के लिए गर्व का दिन है। अगर अटलजी का स्वास्थ्य ठीक होता और वह यहां मौजूद होते तब यह अवसर कुछ अलग ही होता।
भारत में मोदी पर कम लोग विश्वा‍स करते हैं: शास्त्री

भारत में मोदी पर कम लोग विश्वा‍स करते हैं: शास्त्री

कांग्रेस नेता अनिल शास्त्री ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार सहित पिछले 30 वर्ष के दौरान रहने वाली पूर्ववर्ती सरकारों की विदेशी धरती पर आलोचना इसलिए की क्योंकि देश में उनका विश्वास करने वाले अधिक लोग नहीं हैं।
साल पूराः अब अच्छे दिन लाइए

साल पूराः अब अच्छे दिन लाइए

चहूं ओर मोदी हैं। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर तरफ नजर आ रहे हैं। पिछले एक साल में जितनी भी योजनाएं शुरू की गईं, वे सब उन्होंने शुरू कीं। देश-विदेश में रणनीति-कूटनीति उनके कंधों पर ही है। सोशल मीडिया में इस देश के वास्कोडीगामा कहे जाने वाले इस प्रधानमंत्री ने एक साल के भीतर 18 देशों की यात्रा कर ली। यहां तक कि जब उनकी सरकार का एक साल पूरा हो रहा है तब भी वह विदेशी जमीन पर नए श्रोताओं से मुखातिब हो रहे हैं। उनके समर्थक इसे नई गतिशील कूटनीति बताते हैं तो आलोचक इसे देश की समस्याओं से मुंह मोडऩा कहते हैं।
मोदी सरकार का पहला साल: उम्मीदों का बुलबुला

मोदी सरकार का पहला साल: उम्मीदों का बुलबुला

बड़ी-बड़ी उम्मीदों और वादों के साथ केंद्र की सत्ता में आई नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार अपना एक साल पूरा करने जा रही है। इस मौके पर सबसे बड़ा सवाल यही उठ रहा है कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस एक साल के दौरान अपने वादों और नारों पर खरे उतर पाए? इस एक साल में उनका रिपोर्ट कार्ड कैसा रहा? अगर आर्थिक नजरिये से देखा जाए तो मोदी सरकार का रिपोर्ट कार्ड बी ग्रेड का कहा जाएगा।
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