गोपनीय दस्तावेज लीक मामले में कई नामी कंपनियों का नाम सामने आया हैं। शुक्रवार देर रात तक पांच और लोगों की गिरफ्तारी के साथ कुल 12 लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है।
दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की हार क्या हुई पार्टी नेताओं के आपसी झगड़े सामने आने लगे। इसकी शुरूआत हरियाणा से हुई जहां मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ प्रदेश के स्वास्थ्य और खेल मंत्री अनिल विज ने मोर्चा खोल दिया है।
विदेश सचिव सुजाता सिंह की जबरन विदाई के बाद गृह सचिव अनिल गोस्वामी की बर्खास्तगी से केंद्र सरकार के कामकाज पर सवाल उठने लगा है। गोस्वामी पर पूर्व केंद्रीय मंत्री मतंग सिंह को शारदा घोटाले में गिरफ्तार न किए जाने की पहल का आरोप था।
दिल्ली विधानसभा चुनाव पर चर्चा के दौरान एनडीटीवी चैनल पर बहुत ही बेहूदा तू-तू, मैं-मैं देखने को मिली। वहां पत्रकार शेखर गुप्ता और भारतीय जनता पार्टी की नेता शाजिया इल्मी आपस में बुरी तरह से उलझ पड़े।
वित्त मंत्री के रूप में पी. चिदंबरम की नीतियों से निजी कंपनी वेदांता को हुआ सीधा लाभ, हर्षद मेहता घोटाले के बाद से ही एक-दूसरे के साथ हैं चिदंबरम और वेदांता के मालिकान
संवेदनशील रक्षा सामग्री का उत्पादन करने वाली सार्वजनिक क्षेत्र की पूर्व कंपनी भारत एल्युमिनियम कंपनी लि. (बालको) को पूरी तरह से एक विदेशी कंपनी वेदांता के हाथों में देने की तैयारी चल रही है।