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Search Result : "अब्दुल बारी सिद्दकी"

तमिलनाडु पहुंचे पीएम मोदी ने किया एपीजे अब्दुल कलाम स्मारक का उद्घाटन

तमिलनाडु पहुंचे पीएम मोदी ने किया एपीजे अब्दुल कलाम स्मारक का उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की दूसरी पुण्यतिथि पर तमिलनाडु के रामेश्वरम में एपीजे अब्दुल कलाम स्मारक का उद्घाटन किया। इस दौरान पीएम ने डॉ. कलाम के परिजनों से मुलाकात की।
गांधी के विरोधियों को कांग्रेस का जवाब, ‘अब्दुल कलाम भी चाहते थे किसी को न हो फांसी’

गांधी के विरोधियों को कांग्रेस का जवाब, ‘अब्दुल कलाम भी चाहते थे किसी को न हो फांसी’

शिवसेना द्वारा गोपाल कृष्ण गांधी पर दिए विवादित बयान के बाद कांग्रेस ने इसका जवाब दिया है। शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा था कि गांधी ने याकूब मेनन की फांसी का विरोध किया था। इस बयान के बाद सियासी हलकों में खलबली मच गई थी।
मनी लांड्रिंग मामले में कांग्रेस नेता बाबा सिद्दकी के ठिकानों पर ईडी का छापा

मनी लांड्रिंग मामले में कांग्रेस नेता बाबा सिद्दकी के ठिकानों पर ईडी का छापा

कांग्रेस नेता बाबा सिद्दकी और रफीक मकबूर कुरैशी के अलग अलग ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी की है। यह कार्रवाई मनी लांड्रिंग मामले में की गई है। बाबा पर आरोप है कि मुंबई स्थित बांद्रा के स्लम एरिया के विकास के नाम पर सौ करोड़ रुपये से ज्यादा का घोटाला किया गया है। इसके अलावा एक जमीन के टुकड़े के विवाद के चलते दाऊद ने बाबा को धमकी भी दी थी कि तुम्हारी फिल्म बनवा दूंगा, ‘एक था एमएलए’।
बिहार में पैदा हुए बाबा सिद्दकी ने मुंबई में पायी शौहरत, दाउद ने दी थी धमकी

बिहार में पैदा हुए बाबा सिद्दकी ने मुंबई में पायी शौहरत, दाउद ने दी थी धमकी

आज बाबा सिद्दकी और उनके दोस्त रफीक मकबूल कुरैशी समेत कई लोगों के ठिकानों पर एन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने छापा मारा। बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई मनी लॉन्डरिंग के मामले में की गई। इनका नाम स्लम रिहैबिलिटेशन स्कैम से भी जुड़ा था।बाबा सिद्दकी का असली नाम जिआउद्दीन सिद्दकी है और उनका जन्म बिहार की राजधानी पटना में हुआ था। लेकिन जिआउद्दीन ने शौहरत,दौलत और पहचान मुंबई में पायी। वह महाराष्ट विधान में कई बार एमएलए रहें और एक बार राज्य सरकार में मंत्री भी बनें।
दरगाह हमलाः बांग्लादेश में हूजी प्रमुख और दो को फांसी

दरगाह हमलाः बांग्लादेश में हूजी प्रमुख और दो को फांसी

बांग्लादेश ने प्रतिबंधित हरकत उल जिहाद अल इस्लामी (हूजी) के प्रमुख मुफ्ती अब्दुल हन्नान और उसके दो सहयोगियों को एक दरगाह पर वर्ष 2004 में हमला करने के मामले में बुधवार की रात फांसी पर लटका दिया। इस हमले में तीन लोगों की मौत हो गई थी और ब्रितानी उच्चायुक्त घायल हो गए थे।
नोटबंदी पर अब भी रोष बरकरार, नीतीश के मंत्री ने मोदी के पोस्टर पर मारे जूते

नोटबंदी पर अब भी रोष बरकरार, नीतीश के मंत्री ने मोदी के पोस्टर पर मारे जूते

बिहार में नीतीश सरकार में मंत्री अब्दुल जलील मस्तान की सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पोस्टर पर जूता पड़वाने और उनके खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग किए जाने पर भाजपा दल ने विरोध शुरु कर दिया है। वहीं, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मामले को गलत बताया है।
अब्दुल बासित होंगे पाक के नए विदेश सचिव

अब्दुल बासित होंगे पाक के नए विदेश सचिव

भारत में पाकिस्तानी उच्चायुक्त अब्दुल बासित पाकिस्तान के नये विदेश सचिव बनने वाले हैं। समाचार पत्र द न्यूज के अनुसार नवाज शरीफ सरकार ने बासित को देश का नया विदेश सचिव बनाने का सैद्धांतिक तौर पर फैसला कर लिया है। बासित एजाज अहमद चौधरी का स्थान लेंगे जो अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत बनने जा रहे हैं। (एजेंसी)
सिमी मुठभेड़: जांच से पहले पुलिसकर्मियों को इनाम पर सरकार ने लगाई रोक

सिमी मुठभेड़: जांच से पहले पुलिसकर्मियों को इनाम पर सरकार ने लगाई रोक

मध्यप्रदेश सरकार ने जेल से फरार सिमी के आठ व्यक्तियों की तलाश और मुठभेड़ में मार गिराने की घटना में अहम भूमिका निभाने वाले पुलिसकर्मियों को दो-दो लाख रुपये का इनाम देने के फैसले पर रोक लगा दी है।
आउटलुक विशेष- सीमा पर तनाव बढ़ाना पाकिस्तान ने कभी नहीं चाहा: अब्दुल बासित

आउटलुक विशेष- सीमा पर तनाव बढ़ाना पाकिस्तान ने कभी नहीं चाहा: अब्दुल बासित

भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित का कहना है कि पाकिस्तान कभी नहीं चाहता सीमा पर तनाव बढ़ाना। आतंकवाद के सवाल पर पाकिस्तान का रुख एकदम स्पष्ट है। हम भी आतंकवाद से पीड़ित देश हैं। भारत में जब भी कोई आतंकी घटना होती है, पाकिस्तान पर आरोप लगने लगते हैं। अब्दुल बासित कहते हैं, `मुझे लगता है कि अब वह समय आ गया है, जब हम यथार्थ की ओर देखे। पाकिस्तान अपनी जमीन का किसी भी आतंकी गतिविधि के लिए इस्तेमाल नहीं होने देगा।’
रिटायर होने के बाद प्रणव दा राष्ट्रपति भवन से सिर्फ निजी किताबें ले जाएंगे

रिटायर होने के बाद प्रणव दा राष्ट्रपति भवन से सिर्फ निजी किताबें ले जाएंगे

राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी रिटायरमेंट की तैयारियों में जुटे हैं। जब वे राष्ट्रपति चुने गए थे, तब उन्होंने राष्ट्रपति भवन जाने के पहले कहा था कि वे राजनीतिक जीवन की सरगर्मियों को मिस कर रहे हैं। अब बतौर राष्ट्रपति कार्यकाल खत्म होने के बाद के जीवन के लिए चुपचाप तैयारी कर रहे हैं। राष्ट्रपति भवन के बाद उनका अगला ठिकाना 34, एपीजे अब्दुल कलाम रोड होगा। वहां वे अपनी पुरानी किताबें ले जाएंगे। बाकी चीजें वे राष्ट्रपति भवन के संग्रहालय के लिए छोड़ देंगे।
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