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Search Result : "अरविंद सुब्रह्मण्यम"

अन्ना आंदोलन में हिस्सा लेंगे केजरीवाल

अन्ना आंदोलन में हिस्सा लेंगे केजरीवाल

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल यहां जंतर मंतर पर भूमि अध्यादेश के खिलाफ सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के विरोध प्रदर्शन में भाग लेंगे।
केजरी, किरण को अण्णा का न्योता नहीं

केजरी, किरण को अण्णा का न्योता नहीं

अण्णा हजारे का 23-24 फरवरी को दिल्ली के तर-मंतर पर होने वाला आंदोलन सांकेतिक आंदोलन होगा। भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के खिलाफ, किसानों के हक को लेकर इस धरने में देशभर से लोग जुटेंगे। सरकार ने अगर तीन महीने तक आंदोलकारियों की प्रस्तावित मांगों पर गौर नहीं किया तो रामलीला मैदान में अनिश्चिकालीन धरना दिया जाएगा।
रामलीला मैदान में केजरीवाल कैबिनेट की शपथ

रामलीला मैदान में केजरीवाल कैबिनेट की शपथ

अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले ली है। उनके साथ छह और मंत्रियों ने शपथ ली। लेकिन हैरानी की बात यह है कि उनकी कैबिनेट में आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाली एक भी महिला मंत्री नहीं है।
शपथ से पहले केजरी का दांव

शपथ से पहले केजरी का दांव

दिल्ली विधानसभा चुनाव मेें बंपर बहुमत हासिल कर चुके अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण करने से पहले केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वैंकेया नायडू से मुलाकात की। इस मुलाकात में उन्होंने दिल्ली की अनाधिकृत बस्तियों को नियमित करने पर विचार विमर्श किया। अनाधिकृत बस्तियों का सवाल केजरीवाल के चुनाव अभियान का एक मुख्य मुद्दा था।
आप की जीत में पढ़िए ‘रणछोड़’ और ग्रीस

आप की जीत में पढ़िए ‘रणछोड़’ और ग्रीस

भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ परिवार के लोग अपने कथित सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की दुहाई देते नहीं थकते। लेकिन पहले 2014 में लोकसभा और इस बार दिल्ली विधानसभा के चुनाव अभियानों के दौरान भगोड़ा कहकर आम आदमी पार्टी की बैंड बजाते वक्त भारतीय सांस्कृतिक स्मृति में गुंजित एक अहम प्रतीक का महत्व समझने में चूक गए। यह प्रतीक ‘रणछोड़’ है।
एजेंडा सेटिंग में आगे अरविंद

एजेंडा सेटिंग में आगे अरविंद

दिल्जीली विधानसभा चुनाव में जीत किसी की भी हो लेकिन आप दिल्ली चुनावों में अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने में बहुत हद तक कामयाब दिखाई दी।
कौन बनेगा मुख्यमंत्री?

कौन बनेगा मुख्यमंत्री?

दिल्ली विधानसभा चुनाव में मतदान जारी है। यहां बीजेपी और आप के बीच कांटे की टक्कर है। यहां किस पार्टी के जीतने के आसार हैं? कौन सी पार्टी लोकतंत्र और दिल्ली की जनता के लिए बेहतर साबित होगी?
‌ चुनाव से पहले आरोपों, अफवाहों और हमलों का दौर

‌ चुनाव से पहले आरोपों, अफवाहों और हमलों का दौर

जैसे-जैसे दिल्ली विधानसभा चुनावों की तारीख नजदीक आ रही है वैसे-वैसे आरोपों-प्रत्यारोपों और खींचतान का सिलसिला बढ़ रहा है। इस महीने के मध्य तक तय हो जाएगा क‌ि दिल्ली की सत्ता पर कौन काबिज रहेगा। कमल, झाड़ू या हाथ। हालांकि मुख्य मुकाबले में कमल और झाड़ू ही हैं।
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