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नहीं बदला रिकॉर्ड, भारत ने फिर पाकिस्तान को हराया

नहीं बदला रिकॉर्ड, भारत ने फिर पाकिस्तान को हराया

विराट कोहली के नाबाद अर्धशतक की मदद से भारत ने शुरुआती झटकों से उबरते हुए टी20 विश्व कप क्रिकेट के वर्षा बाधित मुकाबले में आज चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को छह विकेट से हराकर विश्व कप में उसके खिलाफ अश्वमेधी अभियान बरकरार रखा।
भारत के बाद न्यूजीलैंड ने आस्ट्रेलिया को भी हराया

भारत के बाद न्यूजीलैंड ने आस्ट्रेलिया को भी हराया

पहले मैच में भारत को हराने के बाद अपने गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर न्यूजीलैंड ने आज अंतर तस्मानिया प्रतिद्वंद्वी आस्ट्रेलिया को आठ रन से हराकर खुद को टी20 विश्व कप के सबसे प्रबल दावेदारों में शामिल कर लिया।
मोदी ने किया वर्ल्ड सूफी फोरम का उद्घाटन

मोदी ने किया वर्ल्ड सूफी फोरम का उद्घाटन

दिल्ली के विज्ञान भवन में गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ल्ड सूफी फोरम का उद्घाटन किया। चार दिन तक चलने वाले इस फोरम में 20 देशों के करीब 200 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। कार्यक्रम के आखिरी दिन रामलीला मैदान में एक रैली का भी आयोजन किया जा रहा है।
मियांदाद ने अफरीदी से कहा, शर्म करो

मियांदाद ने अफरीदी से कहा, शर्म करो

शाहिद अफरीदी की टिप्पणी से आहत और हैरान पाकिस्तान के पूर्व कप्तान जावेद मियांदाद ने कहा कि इस तरह के बयान देने वाले खिलाड़ियों को खुद पर शर्म आनी चाहिए। अफरीदी ने कहा था कि पाकिस्तानी क्रिकेटरों को यहां से कहीं ज्यादा भारतीय दर्शकों से प्यार मिलता है। मियांदाद ने आज टीवी चैनल से कहा, इन क्रिकेटरों को इस तरह की चीज कहने से पहले खुद पर शर्म करनी चाहिए। शर्म करो।
ओमान को हराकर बांग्लादेश सुपर 10 में

ओमान को हराकर बांग्लादेश सुपर 10 में

तमीम इकबाल टी 20 अंतरराष्ट्रीय में शतक जड़ने वाले बांग्लादेश के पहले बल्लेबाज बने जिससे टीम ने आईसीसी विश्व टी20 के वर्षा से प्रभावित पहले दौर के ग्रुप ए मैच में ओमान को डकवर्थ लुईस पद्धति के तहत 54 रन से हराकर अजेय रहते हुए सुपर 10 में जगह बनाई।
न्यूयार्क के ग्राउंड जीरो पर बना दुनिया का सबसे महंगा ट्रेन स्टेशन

न्यूयार्क के ग्राउंड जीरो पर बना दुनिया का सबसे महंगा ट्रेन स्टेशन

न्यूयार्क में आज दुनिया का सबसे महंगा ट्रेन स्टेशन खुलने वाला है। यह ट्रेन स्टेशन उसी वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के स्थान पर बना है, जो 14 साल पहले हुए 9/11 हमलों में नष्ट हो गया था।
मजदूर बन गया स्पेशल ओलिंपिक में स्वर्ण पदक विजेता हामिद

मजदूर बन गया स्पेशल ओलिंपिक में स्वर्ण पदक विजेता हामिद

इसे वक्त की बेरुखी कहें या किस्मत का खेल, लेकिन शंघाई स्पेशल ओलंपिक में देश के लिए फख्र के लम्हे जुटाने वाला एक दिव्यांग एथलीट इन दिनों रोजी-रोटी के लिए मजदूरी करने को मजबूर है। लखनउ के हामिद ने 2007 में शंघाई में हुए स्पेशल ओलंपिक वर्ल्ड समर गेम्स में 4 गुणा 100 मीटर रिले दौड़ में स्वर्ण पदक हासिल कर देश का सिर गर्व से उंचा कर दिया था। लेकिन अफसोस कि इतनी बड़ी उपलब्धि भी उसकी किस्मत नहीं बदल सकी और आज वह अपने गुजर-बसर के लिए मजदूरी करने को बाध्य है।
‘पंजाब में कैंसर के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराएगी कांग्रेस’

‘पंजाब में कैंसर के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराएगी कांग्रेस’

विश्व कैंसर दिन के मौके पर पंजाब कांग्रेस की कमान संभाल रहे और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया है कि अगर उनकी सरकार सत्ता में आती है तो पंजाब के लोगों को बेहतर स्वाथ्य सुविधाएं देगी।
निजी कोचिंग सेंटर शिक्षा का संगठित माफिया

निजी कोचिंग सेंटर शिक्षा का संगठित माफिया

जिसका मन करता है, वह चार कुर्सी-टेबल लगा कर कोचिंग सेंटर खोल लेता है क्योंकि हमारे देश में स्कूल खोलना मुश्किल काम है। स्कूल खोलने के लिए कई औपचारिकताएं होती हैं, जिसे हर कोई पूरा नहीं कर सकता है लेकिन निजी कोचिंग सेंटर के लिए कुछ नहीं करना होता। इसके लिए देश में कोई रेगुलेटरी बोर्ड नहीं। कोचिंग सेंटर्स शिक्षा का रैकेट और संगठित माफिया है। इनके बड़े-बड़े होर्डिंग्स, विज्ञापन छात्रों को आकर्षित करते हैं। शिक्षकों को लगता है कि स्कूल या कॉलेज में क्यों पढ़ाना? वे स्कूल-कॉलेज में वे ट्रिक्स नहीं देते जो कोचिंग सेंटर में देते हैं। कोई नहीं जानता कि देश में कितने कोचिंग इंस्टीट्यूट्स हैं, ये सालाना कितने करोड़ रुपये का कारोबार करते हैं।
आवरण कथाः कोचिंग का धंधा, कितना स्याह, कितना सफेद

आवरण कथाः कोचिंग का धंधा, कितना स्याह, कितना सफेद

कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक और कटक से अटक तक कोचिंग का धंधा औपचारिक शिक्षा के साथ-साथ पांव पसार चुका है और इस सच से कोई इनकार नहीं कर सकता। बिहार के मूल निवासी पीयूष कुमार गुजरात के अहमदाबाद में बैंक अधिकारी हैं। परिवार में पत्नी के अलावा सिर्फ एक बेटा है जो दसवीं की परीक्षा पास कर चुका है। मगर बेटा और पत्नी उनके साथ नहीं रहते। दोनों राजस्थान के कोटा में हैं जहां बेटा आईआईटी की प्रवेश परीक्षा पास करने के लिए एक नामी कोचिंग सेंटर में तैयारी कर रहा है। एक और उदाहरण देखें:ओडिशा से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुकी श्वेता कुमारी इंजीनियरिंग क्षेत्र में मंदी के कारण बैंक की नौकरी की तैयारी कर रही हैं। सिलीगुड़ी के अपने घर में रहकर उसने परीक्षा दी मगर लिखित परीक्षा की बाधा पार नहीं हो पाई। उसने दिल्ली का रुख किया और यहां एक कोचिंग से बैंकिंग की तैयारी के बाद पहली बार में ही रिजर्व बैंक और बैंक पीओ की लिखित परीक्षा पास कर ली। ये दो उदाहरण देश में कोचिंग के पूर्ण विकसित हो चुके धंधे की कहानी बयां करते हैं। जरा 15 साल पहले का जमाना याद करें जब कोचिंग का मतलब आपके घर में ही आस-पड़ोस के किसी बेरोजगार युवक द्वारा आपके बच्चों को पढ़ाई में थोड़ी-बहुत मदद कर देना होता था। अब अगर बच्चे को डॉक्टर, इंजीनियर, मैनेजर, प्रशासनिक अधिकारी या किसी सरकारी दफ्तर में क्लर्क ही बनना हो तो औपचारिक शिक्षा की डिग्री के साथ-साथ किसी कोचिंग संस्था का मार्गदर्शन होना अनिवार्य है अन्यथा गला काट प्रतिस्पर्धा के इस दौर में उसका पिछड़ना तय है। सीधे शद्ब्रदों में कहें तो कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक और कटक से अटक तक कोचिंग का धंधा औपचारिक शिक्षा के साथ-साथ पांव पसार चुका है और इस सच से कोई इनकार नहीं कर सकता। साल 2013 में हुए एक आकलन के मुताबिक भारत में कोचिंग इंडस्ट्री लगभग 23.7 अरब डॉलर (160.16 अरब रुपये) की थी, जिसके साल 2015 में 40 अरब डॉलर (270 अरब रुपये) के होने की भविष्यवाणी की गई थी और अगले पांच वर्षों में यह 500 अरब रुपये तक पहुंच सकती है।