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Search Result : "आईपीएस अमिताभ ठाकुर की कविता"

कविता - सुशील उपाध्याय

कविता - सुशील उपाध्याय

उपाध्याय उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्याल में प्राध्यापक हैं। अध्यापन से पहले वह प्रखर पत्रकार रह चुके हैं। अमर उजाला और हिंदुस्तान अखबार में काम करते हुए उन्होंने रिपोर्टिंग के क्षेत्र में जो भी विविधताएं महसूस कीं उन्हें बाद में कविता में ढाला। उनकी खबरों की समझ और कविता की संवेदना मिल कर जो काव्य पैदा करती है, वह कविता को नई भाषा देती है।
मुसलिमों, ईसाइयों का परिवार नियोजन जरूरी: शिवसेना

मुसलिमों, ईसाइयों का परिवार नियोजन जरूरी: शिवसेना

मुसलमानों का मताधिकार समाप्त करने की मांग से विवादों में आने के बाद शिवसेना ने बुधवार को कहा कि मुस्लिमों और ईसाइयों की बढ़ती आबादी पर रोक लगाने की खातिर उनके लिए परिवार नियोजन अनिवार्य किया जाना चाहिए।
‘बांसुरी मेरा पहला प्यार है’-मु्‍क्तेश चंद्र

‘बांसुरी मेरा पहला प्यार है’-मु्‍क्तेश चंद्र

दिल्ली पुलिस में विशेष आयुक्त यातायात मुक्तेश चंद्र का नाम सुनते ही एक दबंग अंदाज, कड़क मिजाज और अनुशासन प्रिय अधिकारी की छवि उभरकर सामने आती है। लेकिन इस छवि के अलावा मुक्तेश चंद्र की पहचान एक बांसुरी वादक के रुप में भी है। 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी मुक्तेश चंद्र से बांसुरी के प्रति उनके लगाव और निष्ठा को लेकर बातचीत की गई। पेश है प्रमुख अंश-
मिस्र में अमिताभ बच्चन बने मानद डॉक्टर

मिस्र में अमिताभ बच्चन बने मानद डॉक्टर

अभिनेता अमिताभ बच्चन को मिस्र की एकेडमी ऑफ आर्ट्स ने डॉक्टरेट की मानद उपाधि दी है। सिनेमा के क्षेत्र में योगदान के लिए अमिताभ बच्चन को एकेडमी ने यह सम्मान दिया।
कविता - पद्माशा झा

कविता - पद्माशा झा

डॉ. पद्माशा झा की कविताओं में विविधता के रंग मिलते हैं। उनकी कई रचनाएं प्रकाशित हैं। प्रमुख रचनाओं में, ‘भाषा से नंगे हाथों तक’, ‘पोखर’, ‘पलाश वन’, ‘मत बांधो आकाश’। सभी काव्य संग्रह हैं। साथ ही ‘छोटे शहर की शकुंतला’ और ‘तुम बहुत याद आओगे’ नाम से कथा संग्रह। कविता-कहानी के इतर ‘इंडियन नेशनल कांग्रेस एंड मुस्लिम’, ‘मौलाना अबुल कलाम आजाद एंड नेशन’ नाम से इतिहास की किताबें भी हैं। शीघ्र ही ‘बिहार का प्राचीन एवं मध्यकालीन इतिहास’ नाम से पुस्तक प्रकाशित होने वाली है। डॉ. झा को नागालैंड ओपन विश्वविद्यालय द्वारा लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से नवाजा गया है। वह बिहार विधान परिषद की सदस्य एवं मिथिला विश्वविद्याल की कुलपति रह चुकी हैं।
इंडिया बाय द नील उत्सव में अमिताभ

इंडिया बाय द नील उत्सव में अमिताभ

अमिताभ बच्चन कल शाम इंडिया हाउस में समारोह के औपचारिक उद्घाटन के लिए मिस्र में भारत के राजदूत नवदीप सूरी द्वारा आयोजित विशेष भोज में शामिल हुए। यह समारोह 17 अप्रैल तक चलेगा।
महाराष्ट्र सरकार को पता नहीं कल्याण गृहों में बच्चों की संख्या

महाराष्ट्र सरकार को पता नहीं कल्याण गृहों में बच्चों की संख्या

राज्य की महिला एवं बाल कल्याण मंत्री विद्या ठाकुर ने यहां विधान परिषद में कहा, कुल 43 सरकारी और करीब ।, 100 निजी लेकिन सरकार से सहायता प्राप्त बाल कल्याण गृह हैं।
अब कैटरीना भी मोम की

अब कैटरीना भी मोम की

लाखों दिलों की धड़कन और बॉलीवुड की खूबसूरत अदाकारा कैटरीना कैफ का मोम का पुतला ब्रिटेन के प्रतिष्ठित मैडम तुसाद संग्रहालय की शोभा बढ़ा रहा है।
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