आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन को लेकर भाजपा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी के विवादास्पद बयानों के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह राजन के समर्थन में आ गए हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार, विश्व बैंक के सहयोग से उत्तर प्रदेश प्रो-पुअर टूरिज्म डवलपमेंट प्रोजेक्ट के माध्यम से 62 करोड़ रुपये लगाकर वृंदावन का कायाकल्प करने की तैयारी में है।
देश में सार्वजनिक क्षेत्र के शीर्ष बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अपने पांच सहयोगी बैंकों तथा नवगठित एसबीआई भारतीय महिला बैंक (बीएमबी) के खुद में विलय के लिए सरकार से अनुमति मांगी है। इससे सार्वजनिक बैंकिंग क्षेत्र में एकीकरण की प्रक्रिया शुरू हो सकेगी।
आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन के खिलाफ एक और धमाकेदार आरोप लगाते हुए भाजपा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अंतरराष्टीय मुद्रा कोष के पूर्व मुख्य अर्थशास्त्री को तुरंत बर्खास्त करने की मांग की है। स्वामी ने आरोप लगाया है कि राजन मानसिक तौर पर पूरी तरह भारतीय नहीं है और उन्होंने जानबूझकर अर्थव्यवस्था को ध्वस्त किया है।
बैंकों के 9000 करोड़ का लोन नहीं चुकाने पर दिवालिया घोषित हो चुके विजय माल्या जल्द भारत लौटना चाहते हैं। लेकिन इसके लिए उन्होंने कुछ शर्त रखी है। मीडिया की खबरों के अनुसार माल्या का कहना है कि उनकी सुरक्षा और आजादी का सरकार को पूरा भरोसा देना होगा।
महात्मा गांधी के सबसे करीबी रह चुके उनके पोते कनु भाई गांधी दिल्ली के एक ओल्ड एज होम में रह रहे हैं। दिल्ली के बदरपुर इलाके के पास बसी इस बस्ती में पिछले कुछ समय से लोगों का आना जाना बढ़ गया है।
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन इस पद पर अपना दूसरा कार्यकाल चाहते हैं। उन्होंने इस संबंध में अपनी रुचि का संकेत दिया है। राजन के अनुसार, उन्होंने अपने इस काम में हर पल का आनंद लिया है लेकिन ‘अभी भी बहुत कुछ करने की जरुरत है'।
भारत में मौद्रिक नीति निर्माण की अपनी जिम्मेदारी को मजेदार और आसान बताते हुए रिजर्व बैंक गवर्नर रघुराम राजन ने कहा है कि जटिलता वहां से शुरू होती हैं जब नीति को राजनीतिक रूप से स्वीकार्य बनाने की बात आती है और इसके लिए थोड़ी चतुराई की जरूरत होती है।
अपने आरोपों से देश की राजनीति में भूचाल लाने वाले भाजपा नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने गुरूवार को रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन पर हमला बोला। स्वामी ने राजन को देश में बेरोजगारी और उद्योग जगत के पतन के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उन्हें पद से हटाने की मांग की।
खाने पीने की चीजों की ऊंची कीमतों के कारण पिछले कई महीनों के बाद पहली बार महंगाई बढ़ गई है। खुदरा मुद्रास्फीति की दर अप्रैल महीने में बढ़कर 5.39 प्रतिशत हो गई। इसके साथ ही मुद्रास्फीति में पिछले कई महीनों से गिरावट का कम थम गया।