इस बार गणतंत्र दिवस समारोह खास हाेगा, क्योंकि पहली बार परेड में भारतीय बैंड के साथ फ्रेंच बैंड भी मार्च करता हुआ दिखेगा। रिहर्सल के दौरान नई दिल्ली के राजपथ पर विदेशी सेना का यह बैंड कुछ यूं नजर आया।
विश्व हिंदी दिवस (10 जनवरी) उत्साह से मन गया। विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज ने हिंदी को प्रतिष्ठित करने के लिए अपने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृढ़ संकल्प के उद्बोधन से समारोह में उपस्थित हिंदी प्रेमियों को प्रसन्न कर दिया। तालियां बजी। विदेश मंत्रालय और केंद्रीय हिंदी संस्थान द्वारा परदेसियों को हिंदी का ज्ञान बांटने और दूतावासों-उच्चायोगों में हिंदी का प्रयोग बढ़ाने के प्रयास का स्वागत ही होना चाहिए। भारत में रहकर केवल पांच महीने में अच्छी हिंदी सीख चुकी रूसी छात्रा सुवमोनिया ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविता धारा-प्रवाह सुना कर सबको प्रभावित कर दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल आखिरी बार आज आकाशवाणी के 'मन की बात' कार्यक्रम में देशवासियों को संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने क्रिसमस और नए साल की शुभकामनाएं दीं। दुनिया को आतंकवाद, ग्लोबल वार्मिंग और आपदाओं से मुक्ति की कामना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मानव जाति सुख-चैन की जिंदगी पाये, इससे बढ़कर के खुशी क्या हो सकती है|
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की याद में 125 रूपये औैर 10 रूपये के स्मारक सिक्के जारी किए। आज बाबा साहेब अंबेडकर का महापरिनिर्वाण दिवस है। इस साल सरकार अंबेडकर की 125वीं जयंती भी मना रही है।
धर्मनिरपेक्षता की धारणा पर कुछ हद तक सवाल खड़े करते हुए संविधान दिवस (26 नवंबर 2015) के आयोजन ने इस बहस को एक बार फिर से खड़ा कर दिया। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने उस दलील को दोहराया जिसे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ परिवार अर्से से उठाता रहा है। उन्होंने कहा कि धर्मनिरपेक्षता शब्द की विकृत परिभाषा का उपयोग समाज में तनाव उत्पन्न कर रहा है।
सीमा सुरक्षा बल ने अपने स्थापना दिवस के स्वर्ण जयंती समारोह के दौरान मोटरसाइकिल पर अपने कौशल का प्रदर्शन किया। समारोह में सुरक्षा के बल के जवानों ने एक से बढ़कर एक हैरतंगेज कारनामों के प्रदर्शन से दर्शकों को चकित कर दिया।
असहिष्णुता को लेकर छिड़ी बहस के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अत्याचार की किसी भी घटना को समाज के लिए कलंक बताते हुए आज कहा कि देश के 125 करोड़ लोगों में से किसी की भी देशभक्ति पर प्रश्न नहीं उठाया जा सकता है और न ही किसी को हर समय अपनी देशभक्ति का सबूत देने की आवश्यकता है।
लोकसभा में संविधान पर हो रही चर्चा में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए। संंविधान निर्माण में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के योगदान को याद करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बाबासाहेब का योगदान न होता तो संविधान शायद सामाजिक दस्तावेज न बनता। यह एक कानूनी दस्तावेज ही रह जाता।