भाजपा सांसद आर.के. सिंह ने केंद्र सरकार की कश्मीर नीति पर सवाला उठाया और कहा कि राज्य के लिए सरकार की नीति पूरी तरह गलत है और राज्य की स्थिति से कड़ाई के साथ निपटा जाना चाहिए।
पाकिस्तान की ऐसी दशा और आतंकी छवि कभी नहीं थी। 1965 और 1971 के युद्ध के बाद भी भारत-पाकिस्तान की वार्ताओं में कूटनीतिक शिष्टाचार एवं सम्मान प्रदर्शित होता था। अयूब खान, जिया उल हक और जनरल मुशर्रफ के सत्ताकाल में भी दिल्ली, इस्लामाबाद, लाहौर या आगरा में दोनों देशों के नेताओं के साथ कूटनीतिक गरिमा की रक्षा होती रही।
असम में बोडोलैंड के केंद्र कोकराझार में शुक्रवार को आतंकवादी हमले में 14 लोगों की मौत हो गई। काले कपड़ेे पहने हमलावरों ने बाजार में जमकर फायरिंग और गोलाबारी की। हमले में 20 लोग घायल हुए हैं। हादसे में मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है।
मुंबई की विशेष मकोका अदालत ने 2006 के औरंगबाद हथियार मामले में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी और 26/11 का साजिशकर्ता सैयद जैबुद्दीन अंसारी उर्फ अबु जुंदाल समेत सात आरोपियों को भी उम्र कैद की सजा सुनाई है। इससे पहले 28 जुलाई को कोर्ट ने 2006 के औरंगबाद हथियार ढुलाई मामले में आज 12 आरोपियों को दोषी करार दिया था।
खुफिया एजेंसियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को आगाह किया है। एजेंसियों ने कहा है कि स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जान को सबसे अधिक खतरा है। विशेष सुरक्षा दस्ते ने खुफिया रिपोर्ट के हवाले से दावा किया है कि 15 अगस्त को आतंकी संगठन किसी भी सीमा तक जा सकते हैं। ऐसे में सभी सुरक्षा एजेंसियों को सावधान रहने के साथ विशेष सतर्कता बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं।
जम्मू-कश्मीर के नौगाम सेक्टर में मंगलवार को सुरक्षाबलों ने एक बड़ी घुसपैठ को नाकाम करने में कामयाबी हासिल की। नियंत्रण रेखा के निकट मुठभेड़ में जवानों ने जहां चार आतंकियों को ढेर कर दिया है, वहीं एक पाकिस्तानी आतंकी को जिंदा पकड़ने में सफलता मिली।
लीबिया में अमेरिका के राजदूत रहे जे. क्रिस्टोफर स्टीवेन्स की मां ने राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप और उनकी पार्टी से उनके बेटे की मौत का अवसरवादी इस्तेमाल तत्काल बंद करने को कहा है। स्टीवेन्स की बेनगाजी में 2012 में एक आतंकी हमले में मौत हो गई थी।
ऐसा लगता है कि पूरा यूरोप इन दिनों हिंसक गतिविधियों से जूझ रहा है। फ्रांस, तुर्की, बेल्जियम और अब जर्मनी को हिंसा से जूझना पड़ रहा है। बीती रात जर्मनी के शहर म्यूनिख में एक बंदूकधारी ने एक शॉपिंग सेंटर में लोगों पर गोलीबारी कर दी जिसमें कम से कम छह लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है। वैसे बाद में पुलिस ने कहा कि मरने वालों की संख्या नौ हो सकती है।
युवाओं को आइएसआइएस और अन्य आतंकी संगठनों के प्रति आकर्षित होने से रोकने के लिए यहां के इमाम सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने पर विचार कर रहे हैं। वह सोशल मीडिया के जरिये युवाओं को इस्लाम का सही अर्थ समझाएंगे और शांति के संदेश का प्रसार करेंगे।
फ्रांस एक बार फिर आतंकी हमले का शिकार हो गया है। इस बार यह हमला फ्रांस के नेशनल डे वाले दिन हुआ है। देश के शहर नीस में नेशनल डे का जश्न मना रहे लोगों पर एक आतंकी ने ट्रक चढ़ा दिया और उन्हें कुचल-कुचल कर मारना शुरू कर दिया जिसमें 84 लोगों के मारे जाने की खबर है।