यूपी में अयोध्या के बाद बजरंग दल ने अब नोएडा में राष्ट्र रक्षा के नाम पर ट्रेनिंग कैंप लगाया है। शिविर में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को एयरगन और तलवार के साथ लाठी भांजने की ट्रेनिंग दी जा रही है। पिछले दिनों अयोध्या में ऐसे ही आयोजन पर देश के राजनीतिक गलियारों में हंगामा हुआ था।
मिस्र के अशांत उत्तरी सिनाई प्रांत में चलाए गए सैन्य अभियानों में पिछले चार दिनों में अब तक 88 आतंकी मारे जा चुके हैं। मिस्र की सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद समीर ने एक बयान में कहा कि ये छापेमारी प्रांत के शेख जवाएद और रफाह शहरों में आतंकियों को निशाना बनाकर की गई थी।
विश्व के अनेक देश आतंकवाद को लेकर गंभीर तो दिख रहे हैं लेकिन इन आतंकी संगठनों का मुकाबला कैसे किया जाए इस पर सहमति नहीं बन पा रही है। दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका को ही ले लें। वह एक ओर तो आतंकवाद से लड़ने की बात करता है और दूसरी ओर लगातार आतंकवादियों को बढ़ावा देने वाले देशों का समर्थन करता है।
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में दक्षिणपंथी संगठन बजरंग दल द्वारा अपने कार्यकर्ताओं के लिए हथियार प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने का राज्यपाल राम नाईक ने बचाव किया है। अयोध्या में बजरंग दल के प्रबंधन वाले कुछ विद्यालयों में आयोजित शिविरों में भगवा कार्यकर्ताओं के हाथों में राइफल, हथियार और लाठियों वाले फोटो सोशल मीडिया और खबरिया चैनलों पर प्रसारित होने के बाद यह मामला सामने आया।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद दद्दन मिश्र ने उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) की कड़ी आलोचना करते हुए उसकी तुलना आतंकवादी संगठनों से की है।
बांग्लादेश पुलिस ने देश की पहली समलैंगिक पत्रिका के संपादक और उनके मित्र की हत्या के मामले में एक संदिग्ध आतंकी की गिरफ्तारी की घोषणा की है। यह गिरफ्तारी ऐसे समय पर की गई है, जब मुस्लिम बहुल इस देश में एक के बाद एक बुद्धिजीवियों, लेखकों और अल्पसंख्यकों की हत्याएं हुई हैं।
इराक की राजधानी से उत्तर में स्थित एक सरकारी प्राकृतिक गैस संयंत्र पर आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट हमले में कम से कम 29 लोग मारे गए। इस आशय की जानकारी इराकी अधिकारियों ने दी।
आतंकी संगठन आईएसआईएस (इस्लामिक स्टेट) भारत में जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में देशविरोधी नारेबाजी के बाद मचे हंगामे का फायदा उठाना चाहता था। आईएसआईएस की गतिविधियों से संबंधित एक संदिग्ध आतंकियों के राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के सामने दिए बयान के बाद इस तरह की जानकारी सामने आई।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी के तीन साल पहले अपहृत हुए बेटे को अमेरिकी और अफगानिस्तानी सेनाओं द्वारा चलाए गए एक संयुक्त अभियान के तहत मंगलवार को अफगानिस्तान से बरामद कर लिया गया। गिलानी के बेटे को तीन साल पहले संदिग्ध तालिबान आतंकियों द्वारा अपहृत कर लिया गया था।