हिमाचल प्रदेश में शिमला के बाद चंबा में भी अनाचार की घटना सामने आई है। ताजा मामला चंबा के तीसा में सरकारी स्कूल का है,जहां शिक्षक ने कथित तौर पर छात्रा से रेप किया। घटना के बाद गुस्साए स्थानीय लोगों के हिंसक प्रदर्शन से इलाके का माहौल तनावग्रस्त बना हुआ है।
कुख्यात बदमाश आनंदपाल के एनकाउंटर की सीबीआई जांच की मांग कर रहे उसके समर्थकों ने कल नागौर में पुलिस पर जमकर पथराव किया। गुस्साई भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी। बवाल के दौरान एक व्यक्ति के मारे जाने की खबर है।
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के एक सदस्य सलीम इस्माइल शाह की संघ के गढ़ नागपुर में कथित तौर पर चार लोगों ने बीफ ले जाने के शक में पिटाई कर दी। घटना 12 जुलाई यानि बुधवार की नागपुर के जलालखेड़ा की है।
'आवारा भीड़ के खतरे' नामक शीर्षक के अपने निबंध में हिन्दी साहित्य जगत के मूर्धन्य निबंधकार हरिशंकर परसाई जी लिखते हैं, "दिशाहीन, बेकार, हताश, नकार वादी और विध्वंस वादी युवकों की यह भीड़ खतरनाक होती। इसका उपयोग खतरनाक विचारधारा वाले व्यक्ति या समूह कर सकते हैं। इसी भीड़ का उपयोग नेपोलियन, हिटलर और मुसोलिनी जैसे लोगों ने किया था।"