पीवी सिंधु बैडमिंटन में महिलाओं की एकल स्पर्धा में रजत पदक जीतकर खुश हैं। उन्होंने कहा कि देश को स्वर्ण पदक दिलाने के लिए उन्होंने अपना सब कुछ झोंक दिया था।
रियो ओलंंपिक में शुक्रवार का दिन भारत के लिए एक स्वर्णिम अवसर बनकर नहीं आया। देश की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु गोल्ड मेडल नहीं जीत पाई। वह स्पेन की विश्व नंबर वन कैरोलिना मारिन की चुनौती नहीं ध्वस्त कर पाईं। फाइनल में उन्हें मारिन ने तीन गेम तक चले मुकाबले में 21-19, 12-21, 15-21 से हरा कर भारत की उम्मीदों को तोड़ दिया। इस तरह पीवी सिंधु ने सिल्वर मेडल जीत देश को रजत सम्मान दिलाया।
ओलंपिक में स्वर्ण, रजत, कांस्य मेडल लाने के लिए खिलाड़ी, खेल प्रशिक्षक ही नहीं हर भारतीय बेताबी से उम्मीद लगाता है। रजत-कांस्य मिलने वाले खिलाड़ियों को सिर-आंखों पर बिठाए सब गौरवान्वित एवं हर्षित हैं। ऐसा भी नहीं है कि ओलंपिक, एशियाड या कॉमनवेल्थ गेम्स में पूरी तैयारी और ऊर्जा से मैदान में अपनी योग्यता प्रदर्शित करने वालों का योगदान कम है।
बुधवार को साक्षी मलिक ने महिला कुश्ती में जहां देश को पहला पदक दिलाया वहीं भारत की महिला शटलर पी वी सिंधू ने रक्षा बंधन के दिन पूरे देश को नायाब तोहफा दिया है और महिला बैडमिंटन के फाइनल में पहुंच गई हैं जहां वह गोल्ड मेडल के लिए स्पेन की खिलाड़ी और वर्ल्ड नंबर एक कैरोलीना मरीन से भिड़ेंगीं। फाइनल शुक्रवार की शाम साढ़े सात बजे से खेला जाएगा।
दो बार विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता बैडमिंटन स्टार पी वी सिंधू ने लंदन ओलंपिक की रजत पदक विजेता वांग यिहान को हराकर रियो ओलंपिक के महिला एकल सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। सिंधू अब पदक से सिर्फ एक जीत दूर हैं।
प्रमुख डेयरी कंपनी अमूल ने रियो (ब्राजील) 2016 के ओलम्पिक खेलों में भारतीय दल को प्रायोजित करने की बुधवार को घोषणा की है। ये खेल अगस्त में होने वाले हैं।
पिस्टल किंग जीतू राय ने शनिवार को बाकू (अजरबेजान) में आईएसएसएफ निशानेबाजी विश्व कप में तीन बार के ओलंपिक चैम्पियन कोरिया के जोनगोह जिन को पराजित कर रजत पदक जीतने के साथ ही रियो खेलों से पहले अपनी इच्छाओं का संकेत दे दिया।
भारतीय-अमेरिकी छात्रों का दबदबा प्रतिष्ठित नेशनल बी प्रतियोगिताओं में कायम है। इस साल नेशनल जियोग्राफिक बी चैंपियनशिप के अंतिम 10 प्रतिभागियों में से सात भारतीय-अमेरिकी हैं।
जर्मनी में अंधेरी-हिल्फे संगठन की 90 वर्षीय संस्थापक रोजी गोलमान को वर्ल्ड्स चिल्ड्रेन्स प्राइज के लिए नामांकित किया गया है। लाखों बच्चे मिलकर इस पुरस्कार के विजेता का चुनाव करेंगे जिसे पूरी दुनिया की मीडिया द्वारा चिल्ड्रेंस नोबल प्राइज कहा जाता है।