पूर्व अफगान राष्टपति हामिद करजई ने आज कहा कि भारत अफगानिस्तान में किसी छद्म युद्ध में नहीं लगा है और वह वहां पुनर्निर्माण कार्य पूरी ईमानदारी से कर रहा है। उन्होंने कट्टरपंथ को बढ़ावा देने तथा अपनी सरजमीं पर आतंकवादी संगठनों पर काबू नहीं करने को लेकर पाकिस्तान की आलोचना की।
ऐसा लगता है कि पाकिस्तान के साथ विवाद बढ़ने, कश्मीर में अशांति पर काबू पाने में मुश्किलें आने और बलूचिस्तान का मुद्दा उठाने के बाद भारत अब विदेश नीति में एक बार फिर से पुरानी और परखी हुई दोस्ती पर दांव लगाने में जुटा है।
पाकिस्तान के इस्लामाबाद में मंगलवार को पांचवें ‘हार्ट ऑफ एशिया’ सम्मेलन की शुरूआत हुई। इस सम्मेलन में बुधवार को होने वाली मंत्री स्तरीय बैठक में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज शिरकत करेंगी। इस क्षेत्रीय सम्मेलन का उद्देश्य सुरक्षा चुनौतियों में सहयोग बढ़ाना और क्षेत्र में संपर्क को बढ़ावा देना है।
पाकिस्तानी सेना को तालिबान का गॉडफादर बताते हुए अमेरिकी विदेश नीति के एक विशेषज्ञ ने शुक्रवार को यह चेतावनी दी कि जब तक पाकिस्तानी सेना और उसके नजरिये की जांच तथा इसमें सुधार नहीं किया जाएगा, तब तक अफगानिस्तान से अपने बलों को हटाने वाले अमेरिका को रणनीतिक विफलता का सामना करना पड़ेगा।