अश्वेत बच्चों को नॉट कूल (यहां असभ्य पढ़ें) दिखाने वाला एक स्विमिंग पूल पोस्टर जारी करने के लिए अमेरिकन रेड क्रॉस सोसाइटी की सोशल मीडिया पर जम कर आलोचना हो रही है। इसके बाद इस पोस्टर को जारी करने वाली संस्था को माफी मांगनी पड़ी।
बाबरी मस्जिद का विवादित ढांचा गिराए जाने के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव ने खुफिया जांच एजेंसी आईबी से सोनिया गांधी पर नजर रखने को कहा था। इतना ही नहीं सोनिया के घर 10 जनपथ पर भी उस दौरान नजर रखी जा रही थी। इसका खुलासा लेखक विनय सीतापति की आने वाली किताब- 'हाफ लाइन: हाउ पीवी नरसिम्हा राव ट्रांसफॉर्म इंडिया' में किया गया है। किताब के अनुसार राव ने सोनिया गांधी को समर्थन करने वाले कैबिनेट में शामिल नेताओं की लिस्ट भी तैयार करवाई थी।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के निकटस्थ रणनीतिकार और सांसद जयराम रमेश ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के चार टुकड़े जल्द से जल्द होने चाहिए। उत्तर प्रदेश में चुनाव के पहले जयराम की इस मांग पर प्रदेश में अलग अलग राय और विवाद रहे हैं।
ये तो सभी जानते हैं कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिंह राव और उनके वित्त मंत्री मनमोहन सिंह की जोड़ी ने देश में आर्थिक उदारीकरण की शुरुआत की और देश को आर्थिक बदहाली से उबार लिया मगर यह बहुत कम लोगों को पता है राव दरअसल चीन के अपने समय के सबसे शक्तिशाली कम्युनिस्ट नेता देंग श्याओ पिंग से बेहद प्रभावित थे और उनसे मिलना चाहते थे मगर राजीव गांधी जब देश के प्रधानमंत्री थे तो राव को विदेश मंत्री होने के बावजूद अपने साथ चीन नहीं ले गए।
राइफल निशानेबाज जयदीप कर्मकार ने मामूली अंतर से पदक से चूकने का दर्द अनुभव किया था और अब रियो ओलंपिक से पहले उन्होंने उन बाधाओं का खुलासा किया है जो लंदन खेलों से पहले कोच और अधिकारियों ने पैदा की थी।
जब वह क्रीज पर होते थे तो ऑफ साइड में अपने करारे शाट से दर्शकों को रोमांचित करने में कोई कसर नहीं छोड़ते थे और अब आप भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक सौरव गांगुली से लेखक के रूप में इसी तरह के रोमांच की उम्मीद कर सकते हैं जिनकी भारतीय ड्रेसिंग रूम में अपने समय पर आधारित एक किताब जल्द ही पाठकों के हाथ में होगी।
महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरू की विरासत वाली कांग्रेस पार्टी हो या डॉ. हेडगेवार और दीनदयाल उपाध्याय के अनुयायियों की भारतीय जनता पार्टी अथवा राममनोहर लोहिया के शिष्यों की समाजवादी पार्टी एवं जनता दल (यू)- चंदे का हिसाब-किताब सूचना के अधिकार के तहत सार्वजनिक करने को तैयार नहीं हो रहे।
साल 2009 में यूपीए के दोबारा सत्ता में आने और भाजपा खेमे में निराशा छाए होने के बाद बाबा रामदेव ने भाजपा में जान फूंकने के लिए एक योजना आरएसएस के सामने रखी थी। पत्रकार भवदीप कांग की नई किताब में यह दावा किया गया है। किताब के अनुसार, इस योजना के तहत रामदेव ने 2010 में अपनी संस्था भारत स्वाभिमान आंदोलन का भाजपा में विलय करने और राजनीतिक और सामाजिक बदलाव के लिए संयुक्त अभियान चलाने का प्रस्ताव दिया था।
उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अयोध्या मुद्दा जहां फिर सुर्खियों में है, वहीं एक पूर्व आईपीएस अधिकारी द्वारा लिखी गई किताब में दावा किया गया है कि अयोध्या में राम मंदिर बाबर के शासनकाल के दौरान नहीं, बल्कि औरंगजेब के शासनकाल में तोड़ा गया था।