Advertisement

Search Result : "केरल यूनियन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट"

केरल: एटीएम से रुपये निकालना है तो रहें सावधान, हाई टेक चोरी का मामला आया सामने

केरल: एटीएम से रुपये निकालना है तो रहें सावधान, हाई टेक चोरी का मामला आया सामने

अगर आप एटीम से रुपये निकाल रहे हैं तो थोड़ी सावधानी बरतें क्योंकि जरा सी असावधानी से आपका बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है। जी हां, केरल में एटीएम से अपनी तरह का पहला हाई टेक चोरी का मामला सामने आया है जिसमें अंतरराष्ट्रीय गिरोह शामिल है।
केरल में कांग्रेस से दूर होते मणि

केरल में कांग्रेस से दूर होते मणि

केरल में चुनाव हारने के बाद कांग्रेस नीत संयुक्त मोर्चा (यूडीएफ) की हालत खस्ता है। विधानसभा में संख्या बल पहले ही कम है और अब मोर्चे के तीसरे सबसे बड़े घटक केरल कांग्रेस (मणि गुट) की नाराजगी ने मोर्चे का संकट और बढ़ा दिया है।
केरल में वकीलों की गुंडागर्दी, मीडियाकर्मियों पर टूटा कहर

केरल में वकीलों की गुंडागर्दी, मीडियाकर्मियों पर टूटा कहर

अभी ज्यादा दिन नहीं हुए हैं जब‌ दिल्ली में कन्हैया कुमार के मामले में वकीलों ने अदालत परिसरों में हंगामा मचाया था और मीडिया कर्मी उनके निशाने पर आए थे। अब ऐसा ही कांड केरल से सामने आया है। केरल के विभिन्न शहरों में वकीलों ने अदालत परिसरों में मीडिया कर्मियों पर हमला बोल दिया और उनकी गाड़ियों को निशाना बनाया है।
केरल में वाम सरकार के लिए शर्मिंदगी

केरल में वाम सरकार के लिए शर्मिंदगी

केरल में नई वाम सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री पिनराई विजयन को करारा झटका लगा है। विवादों के कारण उन्हें अपने एक करीबी सलाहकार को हटाने को मजबूर होना पड़ा है।
आईएस जाल :केरल के मुस्लिम युवक बोले, यहां बहुुत रूहानी माहौल है, नहींं लौटेंगेे

आईएस जाल :केरल के मुस्लिम युवक बोले, यहां बहुुत रूहानी माहौल है, नहींं लौटेंगेे

पश्चिम एशिया गए केरल के कासरगोड़ और पलक्कड़ जिले के कम से कम 15 युवक पिछले एक माह से लापता हैं। परिवार वालों को संदेह है कि ये लोग शायद आईएस में शामिल हो गए हैं। कासरगोड़ के सांसद पी करूणाकरण ने कहा कि मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने पुलिस को मामले की जल्द से जल्द जांच करने का आदेश दिया है।
यूरोपीय संघ से ब्रिटेन की निकासी को कानूनी चुनौती

यूरोपीय संघ से ब्रिटेन की निकासी को कानूनी चुनौती

ब्रिटेन सरकार की यूरोपीय संघ से निकलने की प्रक्रिया की शुरुआत कानूनी चुनौतियों से घिर गई है। एक विधि कंपनी ने घोषणा की है कि संसदीय अधिनियम के बिना इस प्रक्रिया को शुरू नहीं किया जा सकता।
दो साल तक यूरोपीय यूनियन से बंधा रहेगा इंग्लैंड

दो साल तक यूरोपीय यूनियन से बंधा रहेगा इंग्लैंड

यूरोपीय यूनियन से अलग होने के लिए इंग्लैंड में कराए गए जनमत संग्रह के कई प्रभाव दिखने लगे हैं। दुनिया भर में शेयर मार्केट लुढ़क रहे हैं। वैश्विकरण की चूलें हिलने की बातें उठ रही हैं। लेकिन कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में पब्लिक लॉ के प्रोफेसर और हाउस ऑफ लॉड्सर् में संविधान पर स्थाई समिति के कानून सलाहकार मार्क इलियट के अनुसार, तकनीकी तौर पर अगले दो साल तक इंग्लैंड और यूरोपीय यूनियन की स्थितियों में कोई फर्क नहीं पड़ने वाला।
जानिए, यूरोपीय यूनियन से ब्रिटेन के अलग होने पर भारत को क्‍या नुकसान होगा

जानिए, यूरोपीय यूनियन से ब्रिटेन के अलग होने पर भारत को क्‍या नुकसान होगा

ब्रिटेन 28 देशों के यूरोपीय यूनियन से अलग होने की राह पर है। इस अलगाव के बाद भारत और दुनिया की अर्थव्‍यस्‍था पर व्‍यापक असर पड़ने लगा है। दुनिया भर के बाजार गिरने का खतरा मंडरा रहा है। भारतीय शेयर बाजार में प्री ओपनिंग में सेंसेक्स 900 अंक तक गिर गया है। निफ्टी में भी 300 अंक की गिरावट दर्ज की गई है। रुपया भी डॉलर के मुकाबले 68 रुपए के स्‍तर से अधिक हो गया है। ब्रिटेन की मुद्रा पाउंड 30 साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है।
ब्रिटेन यूरोपीय संघ से बाहर निकलेेगा, प्रधानमंत्री कैमरन देंगे इस्तीफा

ब्रिटेन यूरोपीय संघ से बाहर निकलेेगा, प्रधानमंत्री कैमरन देंगे इस्तीफा

ब्रिटेन में यूरोपीय संघ :ईयू: को लेकर हुये एेेतिहासिक जनमत संग्रह में हार के बाद प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने शुक्रवार को अपने इस्तीफे की घोषणा कर दी। ब्रिटेन ने 28 देशों के संगठन यूरोपीय संघ :ईयू: से बाहर निकलने :ब्रेक्जिट: के पक्ष में मतदान किया है। कैमरन ब्रिटेन के ईयू में बने रहने के पक्ष में थे। इस फैसले से जहां एक तरफ वैश्विक बाजारों में उठापटक की स्थिति रही वहीं ईयू से अलग होने के बाद ब्रिटेन में आव्रजन और अन्य मुद्दों पर भी सवाल उठने लगे हैं।
चर्चाः दुनिया में ‘एकला चलो’ का खेल | आलोक मेहता

चर्चाः दुनिया में ‘एकला चलो’ का खेल | आलोक मेहता

ब्रिटेन के जनमत संग्रह में बहुमत ने यूरोपीय समुदाय से अलग होने का फैसला किया। यूं लगभग 48 प्रतिशत जनता समुदाय में रहने के पक्ष में थी, लेकिन लोकतंत्र में एक हजार हो या दस लाख, मतों का पलड़ा भारी होने पर विजयी सिकंदर हो जाता है।
Advertisement
Advertisement
Advertisement