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Search Result : "गंगा दशहरा"

गंगा को प्रदूषण से बचाने के लिए एनजीटी के सख्त कदम

गंगा को प्रदूषण से बचाने के लिए एनजीटी के सख्त कदम

राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) ने उत्तराखंड में गंगा नदी के किनारे कौडियाला से ऋषिकेश तक के समूचे क्षेत्र में कैंपिंग गतिविधियों पर तत्काल रोक लगा दी है। हालांकि फिलहाल एनजीटी ने क्षेत्र में एडवेंचर स्पोर्ट्स राफ्टिंग पर रोक नहीं लगाई है। एक दूसरे निर्णय में एनजीटी ने गोमुख से लेकर हरिद्वार तक गंगा और उसके आसपास किसी भी प्रकार के प्लास्टिक के इस्तेमाल पर एक फरवरी से पूर्ण रूप से पाबंदी लगा दी है।
हर विद्रोह में ‘विद्रोही’ जिंदा रहेगा

हर विद्रोह में ‘विद्रोही’ जिंदा रहेगा

संघर्ष का नाम जनकवि रमाशंकर 'विद्रोही' नहीं रहे। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में पिछले दो दशकों में आने वाले हजारों छात्र उनकी कविता सुनकर संघर्ष करना सीखे होंगे। 'आसमान में धान बोने वाला' ये निर्भीक कवि संघर्ष करते हुए ही मरा। सोशल मीडिया पर विद्रोही की कविताओं का उत्सव सा जारी है। आंदोलनों में उनकी कविताएं गूंजती रहती हैं लेकिन उनकी चर्चित कविताओं में ‘जब भी किसी गरीब आदमी का अपमान करती है, ये तुम्हारी दुनिया, तो मेरा जी करता है, कि मैं इस दुनिया को उठाकर पटक दूं।’, ‘मैं भी मरूंगा और भारत के भाग्य विधाता भी मरेंगे लेकिन मैं चाहता हूं कि पहले जन-गण-मन अधिनायक मरें, फिर भारत भाग्य विधाता मरें ’, ‘आज तो चाहे कोई विक्टोरिया छाप काजल लगाए या साध्वी ऋतंभरा छाप अंजन लेकिन असली गाय के घी का सुरमा, तो नूर मियां ही बनाते थे...’ , ‘मैं किसान हूं आसमान में धान बो रहा हूं, कुछ लोग कह रहे हैं कि पगले, आसमान में धान नहीं जमा करता, मैं कहता हूं पगले, अगर जमीन पर भगवान जम सकता है तो आसमान में धान भी जम सकता है।..’ सोशल मीडिया पर इस जनकवि को श्रद्धांजलि देने वालों का सैलाब है-
कुल्लू इतिहास का आइना बनेंगी तीन पुस्तकें

कुल्लू इतिहास का आइना बनेंगी तीन पुस्तकें

कुल्लू के मशहूर अंतर्राष्ट्रीय दशहरा उत्सव के मौके पर तीन पुस्तकें रिलीज की जाएंगी, जिनमें कुल्लू के इतिहास और संस्कृति को दर्ज किया गया है। अंतर्राष्ट्रीय दशहरा उत्सव के उपलक्ष्य पर जिला सांस्कृतिक परिषद कुल्लू इस वर्ष दशहरा उत्सव समिति के सहयोग से तीन विशेष पुस्तकें प्रकाशित करने जा रही है। इन तीन अलग-अलग पुस्तकों में आम पाठकों, शोधकर्ताओं और पर्यटकों को कुल्लू की देव संस्कृति, देव स्थलों, पर्यटक स्थलों और पारंपरिक पकवानों के अलावा इतिहास के विभिन्न कालखंडों के दौरान कुल्लू जिला का दौरा करने वाले ह्वेन त्सांग, क्रिस्टिना नोबल व अन्य प्रसिद्ध विदेश यात्रियों के यात्रा वृतांत पढ़ने को मिलेंगे।
कुल्लू दशहरा को लेकर तैयारियां जोरों पर

कुल्लू दशहरा को लेकर तैयारियां जोरों पर

हिमाचल प्रदेश में कु्ल्लू के विश्व प्रसिद्ध दशहरे के आयोजन के लिए जिला प्रशासन तैयारियों में जुटा है। इस दफा महोत्सव में लाए जाने वाले देवी-देवताओं के लिए विशेष स्थान का प्रबंध किया जा रहा है। गौरतलब है कि हिमाचल में प्रत्येक गांव के स्थानीय देवी-देवता होते हैं जिनकी जबरदस्त मान्यता होती है। दशहरे के दिन सभी देवी-देवता पालकी में सम्मानजनक तरीके से दशहरा स्थल पर लाए जाते हैं। इस दफा देवी-देवताओं के आसीन होने के लिए वर्षों पुराने कंक्रीट के प्लेटफॉर्म हटा कर लकड़ी के नए प्लेटफॉर्म बनाए जा रहे हैं।
गंगा-जमुनी तहजीब बयां करते महरौली के पत्‍थर

गंगा-जमुनी तहजीब बयां करते महरौली के पत्‍थर

एक गिरजाघर है जो मंदिर सा दिखता है... और मस्जिद सा भी। एक त्यौहार है जो मुगलों के दौर से चला आ रहा है... जी हां , महरौली का हर पत्थर कुछ बोलता है और हिंदुस्तान की नायाब गंगा-जमुनी तहजीब के तराने सुनाता है।
गंगा-जमुनी संस्‍कृति पर हमलों का दौर

गंगा-जमुनी संस्‍कृति पर हमलों का दौर

देश इस समय विभिन्न क्षेत्रों में पतन की राह पर अग्रसर है। धर्मनिरपेक्षता, अनेकता, और भारतीय राष्ट्रीयता को राजनैतिक तौर पर कमजोर किए जाने के अलावा सांस्कृतिक बहुलता और मेलजोल की परंपरा पर भी कुठाराघात हो रहा है।
ऋषिकेश में राफ्टिंग कैंपों की इजाजत नहींः एनजीटी

ऋषिकेश में राफ्टिंग कैंपों की इजाजत नहींः एनजीटी

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने आज उत्तराखंड में राफ्टिंग कैंपों को अनुमति देने के संबंध में एक याचिका पर सुनवाई के बाद फिलहाल इसकी इजाजत नहीं दी है। एनजीटी वन एवं पर्यावरण के संरक्षण के लिए काम करने वाली एक एनजीओ की याचिका पर सुनवाई कर रही थी।
कैबिनेट ने नमामी गंगे को योजना को मंजूरी दी

कैबिनेट ने नमामी गंगे को योजना को मंजूरी दी

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी की अध्‍यक्षता में हुई केन्‍द्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में सरकार की फ्लैगशिप योजना नमामि गंगे को मंजूरी दे दी गई। इस योजना के तहत गंगा नदी को समग्र तौर पर संरक्षित और स्‍वच्‍छ करने के कदम उठाए जाएंगे। इस पर अगले पांच साल में 20 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
गंगा घोषित हो विश्व विरासत: पर्यावरणविद

गंगा घोषित हो विश्व विरासत: पर्यावरणविद

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ गंगा अभियान को आगे बढ़ाते हुए पर्यावरणविदों का एक समूह इस पवित्र नदी के उपरी हिस्से को विश्व विरासत घोषित करने के लिए यूनेस्को को राजी करने का प्रयास करेगा।
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