फिल्म संस्थान पुणे के निदेशक और महाभारत में युधिष्ठर की भूमिका निभाने वाले गजेंद्र चौहान दिल्ली की लव-कुश रामलीला में रावण की भूमिका में नजर आएंगे। ग्रीन रूम में वह अपना मेकअप करवाते हुए ज्यादा बात तो नहीं कर पाए लेकिन इस भूमिका को लेकर वह काफी उत्साहित दिखे। ठेठ पंजाबी भाषा में वे दूसरे कलाकारों का हौसला बढ़ाते नजर आए।
एक साल बाद गजेंद्र चौहान के नेतृत्व में फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीटयूट ऑफ इंडिया (एफटीआईआई) फिर से विवादों में है। वजह है इंस्टीटयूट में एक बड़े बदलाव की आहट है। नया प्रशासन, एफटीआईआई को डिजिटल मीडिया यूनिवर्सिटी में तब्दील करने पर विचार कर रहा है। गवर्निंग काउंसिल के वाइस चेयरमैन बीपी सिंह के अनुसार एक जून को होने वाली अकादमिक काउंसिल की बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा होगी। विचाराधीन नई योजना के तहत कुल 22 कोर्स चुने गए हैं। इनमें फिल्म, टेलीविजन,रेडियो और गेम्स से जुड़े कम अवधि के कोर्स भी शामिल हैं। संस्थान में अभी 11 कोर्स हैं जिनमें सात फिल्म मेकिंग के हैं और चार टेलीविजन से संबंधित।
छात्रों के मुखर विरोध प्रदर्शनों के बीच टीवी अभिनेता और भाजपा सदस्य गजेंद्र चौहान ने आज प्रतिष्ठित फिल्म संस्थान, एफटीआईआई का अध्यक्ष पद संभाल लिया। इस दौरान संस्थान के छात्रों ने भारी विरोध-प्रदर्शन किया जिस पर पुलिस ने बल प्रयोगकर लगभग 40 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया।
साहित्यकारों के बाद अब फिल्मकारों ने भी पुरस्कार लौटाने शुरू कर दिए हैं। देश में बढ़ती असहिष्णुता और एफटीआईआई के मुद्दे पर दिबाकर बनर्जी और आनंद पटवर्धन समेत 10 फिल्मकारों ने अपना राष्ट्रीय पुरस्कार लौटा दिया है।