गौरी लंकेश ने अपनी कन्नड़ पत्रिका में आखिरी संपादकीय फेक न्यूज पर लिखा था और उसका टाइटल था- फेक न्यूज़ के जमाने में। सोशल मीडिया में भी वह काफी सक्रिय थीं। उन्होंने आखिरी बार ट्विटर में एक खबर को रीट्वीट किया था, जिसमें रोहिंग्या मुसलमानों के बारे में फैलाई जा रही फेक न्यूज की पड़ताल की गई थी।
कृष्ण और राधा के मिलन, विरह, प्रेम और उपासना को मशहूर कथक नृत्यांगना गौरी दिवाकर ने कथक के जरिये खूबसूरती से पेश किया। इस प्रस्तुती की खास बात यह थी कि यह नृत्य सूफी कवियों की रचनाओं पर किया गया।
जम्मू में वैष्णो देवी मंदिर परिसर में घोड़े और टट्टुओं के उपयोग पर रोक लगाने की मांग को लेकर एक पर्यावरण कार्यकर्ता ने राष्ट्रीय हरित अधिकरण यानी एनजीटी का दरवाजा खटखटाया है। इस मामले में हरित अधिकरण ने केंद्र सरकार को नोटिस भेजकर अपना पक्ष रखने को कहा है।
दिल्ली में डेंगू के बढ़ते प्रकोप के कारण हो रही मौतों पर दिल्ली हाईकोर्ट ने आज एक याचिका पर सुनवाई करते हुए केंद्र और राज्य सरकार से हलफनामा दाखिल कर जवाब देने को कहा।