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चंडीगढ़ पहुंचे फ्रांस के राष्‍ट्रपति, पीएम मोदी से मुलाकात

चंडीगढ़ पहुंचे फ्रांस के राष्‍ट्रपति, पीएम मोदी से मुलाकात

गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने के लिए फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलाेंद आज चंडीगढ़ पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी चंडीगढ पहुंचकर उनका स्‍वागत किया। फिर दोनों शहर के मशहूर रॉक गार्डन गए और बाद में भारत-फ्रांस व्‍यापार सम्‍मेलन में शामिल हुए।
पीएम के पहुंचने से पहले रॉक गार्डन निर्माता के बेटे को बाहर किया

पीएम के पहुंचने से पहले रॉक गार्डन निर्माता के बेटे को बाहर किया

चंडीगढ़ के मशहूर राॅक गार्डन के निर्माता दिवंगत नेकचंद के बेटे ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुरक्षा अधिकारियों ने पीएम मोदी और फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलोंद के वहां पहुंचने से कुछ मिनट पहले उनसे वहां से चले जाने के लिए कहा था।
हुड्डा के खिलाफ एफआईआर के आदेश

हुड्डा के खिलाफ एफआईआर के आदेश

नेशनल हैराल्ड मामले से जुड़े पंचकूला इंडस्ट्रियल प्लॉट्स आबंटन मामले में हुए कथित घोटाले में मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दे दिए हैं। साथ ही, मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी।
चंडीगढ़ इंटरनेशल एयरपोर्ट के नाम को लेकर सांसदों का प्रदर्शन

चंडीगढ़ इंटरनेशल एयरपोर्ट के नाम को लेकर सांसदों का प्रदर्शन

पंजाब और हरियाणा के बीच, चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम शहीद-ए-आजम भगत सिंह के नाम पर रखने का विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है।
भाजपा के हीरो मंगल सैन हैं, शहीद भगत सिंह नहीं?

भाजपा के हीरो मंगल सैन हैं, शहीद भगत सिंह नहीं?

बेशक, चंडीगढ़ एयरपोर्ट का नाम फौरी तौर पर चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट रख दिया गया हो लेकिन नाम को लेकर सियासी खींचतान अब भी जारी है। हाल ही में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के प्रचारक और भाजपा नेता मंगलसेन के नाम पर एयरपोर्ट का नाम रखे जाने का प्रस्ताव रखा है। खट्टर के इस प्रस्ताव की खासी आलोचना हो रही है।
चंडीगढ़-मनाली हाईवे पर दरका पहाड़, हजारों सैलानी फंसे

चंडीगढ़-मनाली हाईवे पर दरका पहाड़, हजारों सैलानी फंसे

चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर मंडी से करीब 25 किलोमीटर दूर हंगोई मंदिर के पास लैंडस्लाइड होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। आज सुबह से ही यह मार्ग बंद है। हजारों पर्यटक इस मार्ग पर फंसे हुए हैं। सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारे लगी हुई हैं।
मोबाइल बैंकिंग की सेंधमारी से सुरक्षा

मोबाइल बैंकिंग की सेंधमारी से सुरक्षा

नए जमाने की प्रौद्योगिकी में आप मोबाइल बैंकिंग और भुगतान के लिए अपने सेलफोन पर बहुत ज्यादा भरोसा करने लगे हैं। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि आपका फोन चोरी भी हो सकता है या गलत हाथों में भी जा सकता है और आपके खून-पसीने की कमाई पलक झपकते ही बर्बाद हो सकती है?
हाईप्रोफाइल एडवोकेट सिप्पी सिद्धू की चंडीगढ़ में हत्या

हाईप्रोफाइल एडवोकेट सिप्पी सिद्धू की चंडीगढ़ में हत्या

सुप्रीम कोर्ट के हाईप्रोफाइल एडवोकेट सुखमनप्रीत सिंह तलवंडी उर्फ सिप्पी सिद्धू की हत्या कर दी गई है। वह पंजाब के तलवंडी के रहने वाले थे। रविवार को देर रात गोलियों से छलनी उनका शव चंडीगढ़ के सेक्टर 27 के पार्क मे मिला।
क्‍यों मांगनी पड़ी पीएम को चंडीगढ़ के लोगों से माफी

क्‍यों मांगनी पड़ी पीएम को चंडीगढ़ के लोगों से माफी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चंडीगढ़ दौरा विवादों में घिरा गया है। मिली जानकारी के अनुसार, पीएम की यात्रा के दौरान सुरक्षा व्‍यवस्‍था के मद्देनजर लोगों को अंतिम संस्‍कार तक से वंचित रखा गया। शहर का प्रमुख शमशान घाट बंद करा दिया गया। इस दौरान ब्रिगेडियर देवेंद्र सिंह को उनके बेटे का अंतिम संस्‍कार भी नहीं करने दिया गया, जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चड़ीगढ़ के नागरिकों से खेद व्‍यक्‍त करना पड़ा।
पीएम का चंडीगढ़ दौरा: ‘मेरी जिंदगी की सबसे डरावनी रात’

पीएम का चंडीगढ़ दौरा: ‘मेरी जिंदगी की सबसे डरावनी रात’

चंडीगढ़ में एक न्यूज चैनल के पत्रकार अमित चौधरी जो अभी तक दूसरों की परेशानियों, उन पर हुए अत्याचारों को दिखाते और बताते रहे हैं, आज खुद उसका शिकार हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के चलते उनके साथ वो सब हुआ जिसे वह ‘तानाशाही, जुल्म, अत्याचार, प्रताड़ना और भयावह’ जैसे शब्दों के जरिये बयां करते हैं। यही नहीं, कारगिल युद्ध में देश के लिए दुश्मन से लोहा लेने वाले ब्रिगेडियर देवेंद्र सिंह के बेटे का निधन हो गया, उन्हें सेक्टर 25 के श्मशान घाट में बेटे का अंतिम संस्कार नहीं करने दिया गया। क्योंकि प्रधानमंत्री की रैली के चलते श्मशान घाट को पार्किंग में बदल दिया गया था। सोशल मीडिया के चलते अमित और ब्रिगेडियर देवेंद्र की तकलीफ का पता हमें लग भी गया लेकिन हजारों-लाखों लोग ऐसे हैं जिनके पास अपनी तकलीफ और पीड़ा बताने के लिए स्मार्ट फोन और सोशल मीडिया का मंच नहीं है लेकिन असहनीय पीड़ा है।
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