विश्वविद्यालय से चीनी मिट्टी कला में स्नातक करने के साथ ही जापान के 96 वर्षीय एक व्यक्ति विश्व के सबसे अधिक उम्र में स्नातक करने वाले व्यक्ति बन गये हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ईरान यात्रा से भारत-ईरान के मजबूत होते रिश्तों पर अमेरिका बेहद करीब से नजर रख रहा है। चाबहार बंदरगाह के लिए 50 करोड़ डॉलर निवेश की भारत की घोषणा को लेकर ओबामा सरकार ने सांसदों से कहा है कि अमेरिका ईरान के साथ भारत के बढ़ते रिश्तों पर बहुत करीब से निगाह रख रहा है और देखेगा कि क्या इसके कानूनी पहलु और जरूरतें पूरी की गई हैं या नहीं।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भारत और चीन के बीच कारोबारी संबंध बढ़ाने पर जोर दिया हैा उन्होंने कहा कि भारत चीन के निवेशकों का स्वागत करता हैा जो निवेशक देश के मेक इन इंडिया में अपनी भागीदारी देता है उनके लाभ के लिए भारत हर संभव प्रयास करेगाा
ईरान के साथ व्यापार, निवेश व उर्जा संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के लक्ष्य के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन की यात्रा पर रविवार को तेहरान पहुंचे। इस यात्रा के दौरान रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण ईरान के चाबहार बंदरगाह के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने की संभावना है।
अमेरिका के रक्षा मंत्रालय का दावा है कि दक्षिणी चीन सागर क्षेत्र में गुरुवार को दो चीनी लड़ाकू विमानों ने एक अमेरिकी विमान को असुरक्षित तरीके से रोका। इसके साथ ही रणनीतिक तौर से महत्वपूर्ण जलक्षेत्र को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है।
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने दुनिया के विभिन्न हिस्सों में, खासकर पाकिस्तान में चीन की बढ़ती सैन्य उपस्थिति के प्रति आगाह करते हुए कहा है कि उसने भारतीय सीमा पर अपनी रक्षा क्षमताओं में इजाफा किया है और ज्यादा सैनिक तैनात किए हैं।
अरब देशों में कारोबार कर रहे भारतीयों से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की निवेश की अपील पर कारोबारियों ने दिलचस्पी दिखानी शुरू कर दी है। जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश में बुनियादी ढांचा और औद्योगिक विकास के क्षेत्र में 3.68 अरब डालर से अधिक का निवेश करने का फैसला भी कर लिया है।
कुछ आर्थिक निर्णयों को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से संबद्ध स्वदेशी जागरण मंच ने मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मंच ने ई-कॉमर्स, खाद्य प्रसंस्करण और विपणन क्षेत्रों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) का विरोध करने का निर्णय किया है।
शंघाई में नियुक्त वरिष्ठ अमेरिकी राजनयिक ने अपने चीनी साथी के साथ विवाह रचा लिया है। देश में नौकरी कर रहे विदेशी राजनयिक द्वारा चीन में यह पहला गे-विवाह है।