पंजाब प्रदेश कांग्रेस प्रधान कैप्टन अमरिंदर सिंह अब सीएम प्रकाश सिंह बादल के गांव बादल में गरजेंगे। कैप्टन की अगुवाई में कांग्रेस 18 जून को भर्ती घोटाले के विरोध में बादल गांव में धरना देगी।
नर्मदा किनारे बसे कसरावद के सुंदर गांव बसे हैं। जल्द ही ये गांव नर्मदा मैया की गोद में समा जाएंगे। सरदार सरोवर बांध के पास बने इन गांवों को सदियों से नर्मदा सींचती और जीवन देती आई है। सन 2001 में सरकार की ओर से सर्वे में कहा गया था, यदि बांध की ऊंचाई बढ़ाई गई तो 360 घर प्रभावित होंगे। लेकिन 2008 में हुए एक और सर्वे में कहा गया था कि 364 में से केवल 25 घर प्रभावित होंगे। सर्वे के इन तथ्यों की छेड़छाड़ पर आरटीआई के तहत कुछ जानकारियां बाहर आई हैं।
हरियाणा के एक गांव में ऊंची जाति के कुछ लोगों द्वारा एक दलित दूल्हे को उसकी बारात में घोड़ा बग्गी पर चढने से रोकने और बाराती समेत पुलिस दल पर पथराव करने का मामला सामने आया है। घटना के बाद से इलाके में तनाव की स्थिति है।
मेघालय का एक छोटा सा गांव एक समय में देशी शराब बनाने और शराबियों को लेकर बदनाम था लेकिन अपनी छवि में आमूल परिवर्तन लाकर गांव ने एक अनूठी नजीर पेश की है।
तमिलनाडु में पंजाब के रहने वाले 66 वर्षीय एक सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी भाजपा के चुनाव चिन्ह कमल पर 16 मई को होने वाला विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं। यह एक दुलर्भ उदाहरण है जब कोई उत्तर भारतीय तमिलनाडु के चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहा है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विधायक आदर्श ग्राम योजना के तहत जिला कैथल के गांव क्योढक को विकसित करने लिए गोद लिया है। हरियाणा में यह 25वां गांव है, जिसे विधायक आदर्श ग्राम योजना के तहत विकसित करने के लिए गोद लिया गया है।
जिले में बांग्लादेश की सीमा के पास स्थित एक गांव में एक मकान में कथित रूप से बम बनाते समय बीती रात चार लोगों की मौत हो गई और तीन अन्य लोग घायल हो गए। यह घटना ऐसे समय हुई है जब राज्य में पांच मई को विधानसभा चुनाव के तहत आखिरी दौर का मतदान होना है।
छत्तीसगढ़ में लोक सुराज अभियान के तहत अति नक्सल प्रभावित पिछड़े गांवों के कायापलट का अभियान शुरू किया गया है। पहले दिन गुरुवार को मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने अति नक्सल प्रभावित अबूझमाड़ के बासिंग गांव का औचक दौरा किया।
जेएनयू में कथित देशविरोधी नारेबाजी के बाद देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार हुए छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार अपनी जीवन यात्रा पर अब एक किताब लिखेंगे। इस किताब में कन्हैया बिहार के एक गांव से शुरु होकर देशद्रोह के आरोप में दिल्ली के तिहाड़ जेल जाने तक के अपने जीवन के सफर पर रौशनी डालेंगे।