Advertisement

Search Result : "छिटपुट हिंसा"

काश मन की बात में पीएम मोदी कश्मीर के हालात का जिक्र करते : उमर

काश मन की बात में पीएम मोदी कश्मीर के हालात का जिक्र करते : उमर

विपक्षी पार्टी नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने रविवार को इस बात पर अफसोस जताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने रेडियो संबोधन मन की बात में जम्मू-कश्मीर के हालात का जिक्र तक नहीं किया। उमर ने ट्वीटर पर लिखा, काश प्रधानमंत्री को मेरे राज्य के लिए आश्वस्त करने वाले गिने-चुने शब्द ही मिल जाते। राज्य में अब तक लगभग 50 लोगों की मौत हो गई है जबकि अनगिनत घायल हैं।
मोदी सिर पर मैला ढोने की प्रथा बंद कराएं, अन्‍यथा आंदोलन करेंगे : विल्सन

मोदी सिर पर मैला ढोने की प्रथा बंद कराएं, अन्‍यथा आंदोलन करेंगे : विल्सन

सिर पर मैला ढोने वालों को इस दलदल से बाहर निकालने के लिए वर्षों से संघर्ष कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता और मैगसायसाय पुरस्कार विजेता बेजवाडा विल्सन ने रविवार को कहा कि इस जाति आधारित समस्या को दूर करने में सरकार के स्तर पर राजनीतिक इच्छाशक्ति की बहुत कमी है तथा उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्राी नरेंद्र मोदी को 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से इस काम में लगे लोगों को इससे छुुटकारा दिलाने और उनका पुनर्वास करने की समयसीमा की घोषणा करना चाहिए।
कश्मीर: घाटी के कुछ हिस्सों में अब भी जारी है कर्फ्यू

कश्मीर: घाटी के कुछ हिस्सों में अब भी जारी है कर्फ्यू

कश्मीर घाटी में हिंसा की वजह से पिछले कई दिनों से जारी कर्फ्यू शनिवार को हटा लिया गया। हालांकि श्रीनगर, अनंतनाग और पाम्पोर के कुछ हिस्सों में अभी भी कर्फ्यू जारी है। अलगाववादी समर्थित हड़ताल के कारण घाटी में जनजीवन अब भी अस्त-व्यस्त है।
जापान में  मानसिक  रूप से अक्षम लोगों पर चाकू से हमला,19 लोगों की मौत

जापान में मानसिक रूप से अक्षम लोगों पर चाकू से हमला,19 लोगों की मौत

जापान में मानसिक रूप से अक्षम लोगों के एक देखभाल केंद्र पर एक व्यक्ति ने चाकू से हमला कर दिया, जिसमें कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई। स्थानीय अग्निशमन विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि तोक्यो से 50 किलोमीटर दूर सागामिहारा शहर में हुए इस हमले में 25 अन्य लोग घायल हो गए हैं, जिनमें से 20 की हालत गंभीर है। 26 वर्षीय हमलावर बाद में पुलिस थाने पहुंचा और उसने अधिकारियों के सामने स्वीकार किया, मैंने यह किया है। उसने बताया कि वह केंद्र का एक पूर्व कर्मचारी था।
कश्मीर घाटी: दूसरे दिन रही शांति, छठे दिन भी नहीं छपे अखबार

कश्मीर घाटी: दूसरे दिन रही शांति, छठे दिन भी नहीं छपे अखबार

कश्मीर घाटी में जारी कर्फ्यू के बीच बुधवार को असहज शांति रही, लेकिन घायलों में से और एक व्यक्ति की मौत होने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 44 हो गई। लगातार छठे दिन बुधवार को भी घाटी में कोई अखबार नहीं आया।
सेना ने काजीगुंड में हुई मौतों पर जताया अफसोस, दिए जांच के आदेश

सेना ने काजीगुंड में हुई मौतों पर जताया अफसोस, दिए जांच के आदेश

भारतीय सेना ने जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले के काजीगुंड में सोमवार को हुई गोलीबारी की घटना पर गहरा अफसोस जताया जिसमें तीन व्यक्तियों की मौत हो गई थी। सेना ने इस घटना की जांच का भी आदेश दिया है।
कश्मीर घाटी में कर्फ्यू जारी, लगातार तीसरे दिन नहीं मिले अखबार

कश्मीर घाटी में कर्फ्यू जारी, लगातार तीसरे दिन नहीं मिले अखबार

कश्मीर घाटी में कुछ स्थानों पर हुई हिंसा और झड़प के मद्देनजर सोमवार को भी कर्फ्यू जारी रहा और लगातार तीसरे दिन कोई भी अखबार नहीं आया। वहीं पुलवामा जिले में पथराव कर रही भीड़ के हमले में सत्तारूढ़ पीडीपी के एक विधायक घायल हो गए।
कश्मीर में 24 जुलाई तक स्कूल-कॉलेज बंद, दूसरे दिन भी नहीं आए अखबार

कश्मीर में 24 जुलाई तक स्कूल-कॉलेज बंद, दूसरे दिन भी नहीं आए अखबार

घाटी में जारी हिंसा और तनाव के हालात के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर सरकार ने स्कूल और कॉलेजों की छुट्टियां एक सप्ताह और बढ़ा दी है। वहीं स्थानीय अखबारों के दफ्तरों पर पुलिस कार्वाई के विरोध में रविवार को भी कोई अखबार नहीं छपा।
बुरहान से तुलना : मीडिया पर भड़के आईएएस टॉपर फैसल ने दी इस्‍तीफे की धमकी

बुरहान से तुलना : मीडिया पर भड़के आईएएस टॉपर फैसल ने दी इस्‍तीफे की धमकी

2009 की सिविल सेेवा में देशभर से टाॅॅप करने वाले जम्‍मू कश्‍मीर के शाह फैसल ने उनकी तुलना घाटी में मारे गए हिज्बुल आतंकी कमांडर बुरहान वानी से करने पर मीडिया पर जमकर भड़ास निकाली है। घाटी में शिक्षा विभाग के प्रमुख फैसल की कश्‍मीर से सिविल सेवा परीक्षा टॉप करने पर खूब तारीफ हुई थी। लेकिन अब फैसल ने मीडिया के प्रोपगेंडा का विषय बनने पर त्यागपत्र की धमकी दे डाली है।
लोकतांत्रिक तरीके से निकाले शांति का रास्ता

लोकतांत्रिक तरीके से निकाले शांति का रास्ता

कश्मीर घाटी में जो हो रहा है वह अच्छा नहीं है। आज हो कुछ हो रहा है वह पहली बार भी नहीं है। इससे पहले भी घाटी में हिंसा की इस तरह की घटनाएं होती रही है। कारण साफ है कि घाटी का लोगों का जो गुस्सा है उसे न तो जम्मू-कश्मीर की सरकार ने समझा और न ही केंद्र की सरकार ने।
Advertisement
Advertisement
Advertisement