राजस्थान के नागौर जिले के डांगावास गांव में दबंग जाट जाति के एक व्यक्ति की हत्या के बाद में तीन दलितों को ट्रैक्टर से रौंद कर मार डालने की घटना के बाद सामाजिक तनाव गहरा गया है।
राजस्थान में पिछले डेढ़-दो साल में दलित और सामाजिक तौर पर उपेक्षित वर्गों के खिलाफ अत्याचार की घटनाओं में बढ़ोत्तरी हुई है। पिछले छह माह में दलित अत्याचारों की लहर सी आ गई है।
बिहार के गया जिला के डुमरिया थानांतर्गत प्रखंड के हुरमेठ गांव के एक ग्रामीण को उसके घर से अगवाकर काचर गांव के समीप ले जाकर उनकी गोली मारकर हत्या कर दी है।
पंजाब के शिक्षा मंत्री सुरजीत सिंह राखड़ा ने यह कहकर एक विवाद को हवा दे दी है कि मोगा में छेड़छाड़ के बाद बस से धकेली गई लड़की की मौत ईश्वर की मर्जी थी।
जब वह मेरे दफ्तर मिलने के लिए आए तो अचानक ही लगा कि मेरा दफ्तर भी विकलांग व्यक्ति के लिए कितना असुविधाजनक है। वह हथेलियों में हवाई चप्पल पहने हुए पूरी सहजता और जबर्दस्त आत्मविश्वास के साथ दफ्तर में आ चुके थे। तकरीबन लपकते हुए वह कुर्सी की ओर बढ़े।
हिमालयी देश के धादिंग जिले के नौबाइस गांव में एक बस पहाड़ी सड़क से करीब 100 मीटर गहरी खाई में गिर गई जिससे उसमें सवार कम से कम 12 भारतीय श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 27 अन्य घायल हो गए। हादसा नेपाल में काठमांडो से 75 किलोमीटर की दूरी पर पूर्वी धादिंग जिले के नौबाइस गांव में हुआ।
कनहर सिंचाई परियोजना निर्माण के समर्थकों ने जांच दल को बनाया बंधक
स्थानीय लोग दो खेमों में बंटे। परियोजना निर्माण और विरोध में निकल रहे
जुलूस। हो रही पंचायत।
जिला प्रशासन की गोलीबारी में सुंदरी गांव निवासी विस्थापित अकलू चेरो
गंभीर रूप से घायल।
हिंदू परिवारों को यह अधिकार नहीं है कि वे यह तय कर सकें कि उन्हें कितने बच्चे पैदा करने हैं। यह तय करेंगे हिंदू संगठन क्योंकि उन्हें चिंता है कि हिंदू कहीं भारत में ही अल्पसंख्यक न हो जाएं। यह तर्क लंबे समय से हिंदुत्वादी संगठन देते रहे हैं, लेकिन पिछले कुछ महीनों में उन्होंने ज्यादा बच्चे पैदा करने के लिए आक्रामक अभियान छेड़ रखा है।