केंद्र सरकार ने आज कहा कि आने वाले दिनों में गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) व्यवस्था के तहत स्माोर्टफोन, सीमेंट और मेडिकल उपकरणों को खरीदना सस्ता हो जाएगा। वहीं, जीएसटी के तहत पूजा सामग्री को 'शून्य' श्रेणी में रखा गया है। जीएसटी काउंसिल ने कई वस्तुओं और सेवाओं पर जीएसटी टैक्स की दरें पिछले हफ्ते ही तय कर दी थीं।
केंद्र सरकार ने आज कहा कि 1 जुलाई से लागू होने वाली जीएसटी व्यवस्था के तहत मनोरंजन, केबल, डीटीएच सेवाएं भी सस्ती हो जाएंगी। क्योंकि इन पर राज्यों की ओर से लगाया जाने वाला मनोरंजन टैक्स जीएसटी में शामिल हो जाएगा।
दिल्ली के चांदनी चौक मेन बाजार में सोमवार देर रात आग लग गई, जिससे वहां की करीब 150 दुकानें जलकर खाक हो गईं। आग की घटना कटरा धुलिया बाजार की संकरी गलियों में घटित हुई। जहां दमकल की गाड़ियां भी मुश्किल से पहुंच सकीं। चूंकि इस इलाके के अधिकांश भाग में सिंथेटिक माल और लकड़ी का कारोबार होता है इसलिए आग बड़ी तेजी से फैलती चली गई। आग पर काबू पाने में करीब तीन घंटे का समय लगा।
भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा सांसद परेश रावल गहरे विवाद में फंसते दिख रहे हैं। दरअसल रविवार को उन्होंने एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा कि कश्मीर में किसी पत्थरबाज को सेना की जीप पर बांधने की जगह लेखिका अरुंधति राय को उस जीप पर बांधना चाहिए। परेश रावल के इस ट्वीट के बाद से ही सोशल मीडिया पर हंगामा मचा हुआ है। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने ट्विटर पर जवाब दिया है कि बेहतर होगा कि जम्मू-कश्मीर में भाजपा-पीडीपी गठबंधन करवाने वाले को जीप पर बांधा जाए।
जीएसटी काउंसिल ने जीएसटी के तहत 1211 वस्तुओं पर कर की दरें तय कर दी हैं। जीएसटी लागू होने के बाद रोजमर्रा के इस्तेमाल और आवश्यक वस्तुएं सस्ती होंगी। इसके तहत अनाज, गेहूं आटा, बेसन, मैदा, ब्रेड, दूध, दही, फल और सब्जियां सस्ती हो जाएंगी।
जीएसटी काउंसिल ने वस्तुओं के बाद सेवाओं पर भी कर की दरें तय कर दी हैं। जिसके तहत टेलिकॉम, वित्तीय सेवाएं महंगी हो जाएंगी। फोन पर बात करने के साथ ही बीमा-बैंकिंग सेवाओं के लिए ज्यादा खर्च करना पड़ेगा। होटल में ठहरना एसी ट्रेन में सफर करना भी महंगा हो जाएगा।
ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख कोच डैरन लेहमन ने स्वीकार किया है कि ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर्स एसोसिएशन (एसीए) के बीच चल रहे वेतन विवाद का असर इंग्लैंड में 1 जून से शुरू हो रही चैंपियंस ट्रॉफी टीम पर पड़ सकता है।
भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी) दिल्ली इन दिनों एक सेमिनार को लेकर विवादों में है। 20 मई को होने वाले इस सेमिनार में पत्रकारिता के मौजूदा हालात पर चर्चा होगी। विवाद का मुद्दा यहां सेमिनार से पहले आईआईएमसी परिसर में होने वाला सामूहिक यज्ञ है। इसे लेकर छात्र समर्थन और विरोध में बंटे नजर आ रहे हैं।