चुनाव प्रबंधन कंपनी आईपैक चलाने वाले प्रशांत किशोर की कंपनी को आयकर विभाग ने नोटिस जारी किया है। 2014 में एसोसिएशन ऑफ सिटीजंस फॉर अकाउंटेबल गवर्नेंस नामक कंपनी के प्रमुख प्रशांत किशोर थे।
एक बार फिर टकराव की आशंकाओं को बल देते हुए दिल्ली की आप सरकार ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी जे के शर्मा को तिहाड़ जेल का महानिदेशक नियुक्त किया है। लेकिन राज्य सरकार के इस आदेश को अमान्य घोषित करते हुए उपराज्यपाल नजीब जंग ने कहा है कि इसके लिए केजरीवाल सरकार ने उनकी पूर्व अनुमति नहीं ली।
केरल में 16 मई को होने वाले विधानसभा चुनावों में फिल्मी सितारे और निर्देशक एक-दूसरे के खिलाफ ताल ठोक रहे हैं। राजनीतिक दलों ने फिल्मी जगत की हस्तियों की लोकप्रियता भुनाने के लिए कम से कम छह उम्मीदवार खड़े किए हैं। इन चुनावों में सभी तीन प्रमुख राजनीतिक दलों-कांग्रेस, माकपा और भाजपा ने मतदाताओं को लुभाने के लिए फिल्मी सितारे मैदान में उतारे हैं।
अब राजनीतिक चुनाव सिर्फ सभाओं, जुलूसों, नारेबाजियों और पोस्टरों के जरिये नहीं लड़े जाते हैं। इस जंग का एक और ऐसा मैदान है जो दिखाई तो नहीं देता लेकिन वहां महत्वपूर्ण मुद्दों पर बहस होती है। जनमत बनता है। जंग का यह नया मैदान सोशल मीडिया है। इस नए मैदान की लागत कम है और इसका फल इस मायने में मीठा है कि यह जनता को प्रभावित करने की जबरदस्त क्षमता रखता है। आज लगभग तमाम केंद्रीय मंत्री, सरकार, राज्य सरकारें, छोटे-बड़े नेता, विधायक, सांसद, मंत्रालय और राजनीतिक पार्टियों समेत देश की तमाम प्रभावशाली हस्तियां सोशल मीडिया का प्रयोग कर रही हैं।
न्यायपालिका पर आप या हम कोई प्रश्नचिह्न लगाएं, तो अवमानना कानून की लक्ष्मण रेखा सामने आ सकती है। लेकिन सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर विराजमान राष्ट्रपति स्वयं न्याय की वर्तमान व्यवस्था एवं उसकी साख पर संकट की बात करें, तो निश्चित रूप से सुधार के लिए तत्काल कदम उठाए जाने की आवाज उठनी चाहिये।
आरएसएस मुख्यालय के बाहर छात्रों के एक समूह पर पुलिसिया बर्बरता को लेकर समाज के विभिन्न तबके के लोगों के बीच व्याप्त क्षोभ के बीच उपराज्यपाल नजीब जंग ने दिल्ली पुलिस के शीर्ष अधिकारियों के तलब कर घटना की जांच तत्परता से करने का आदेश दिया। वहीं दिल्ली पुलिस प्रमुख बी एस बस्सी अपनी टीम का बचाते नजर आए।
‘गजल एक लंबी यात्रा तय करती हुई, वस्ल की रात, महबूब की जुल्फें, हिज्र, सनम की बेरुखी, रुखसार, हुस्न और इश्क के सांचे से निकल चुकी है।‘ ऐसा कहना है कि उर्दू के मशहूर अफसानानिगार और गजलकार मुजफ्फर हनफी का। वह कहते हैं, ‘ लोग मानते हैं कि गजल औरतों से गुफ्तगू करने का नाम है, जो इश्कमिजाजी से लबरेज रहती है जबकि गजल अब विषय पर केंद्रित हो चुकी है। यहां तक कि गालिब जैसों ने भी विषयों पर गजलें लिखी है लेकिन यह अलग बात है कि गजल के उस रूप को तवज्जो कम मिली।
दिल्ली सचिवालय में सीबीआई की छापेमारी का मामला वित्त मंत्री अरुण जेटली और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच सियासी जंग में तब्दील हो चुका है। रविवार को डीडीसीए में कथित घोटाले के लेकर राजनीति गरमाई रही। भाजपा सांसद कीर्ति आजाद ने पार्टी नेताओं की सलाह को नजरअंदाज करते हुए डीडीसीए में हुए कथित फर्जीवाड़े से जुड़े कई खुलासे किए। जबकि जेटली और आम आदमी पार्टी के बीच जांच अौर मानहानि के हमले शुरू हो गए हैं।