तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी ने जब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री की दूसरी बार शपथ ली तो इसमें नीतीश कुमार, लालू यादव, अरविंद केजरीवाल, अखिलेश यादव भी मौजूद थे।
मथुरा हिंसा मेंं मारे गए पुलिस अधिकारियो के परिवार से मिलने का समय न तो मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के पास है और न ही स्थानीय सांसद हेमामालिनी के पास। अखिलेश सूबे में अपनी सरकार की उपलब्धियां गिना रहे हैं तो हेमा मालिनी अपनी पिक्चर के प्रमोशन में व्यस्त हैं। यहां तक कि उन्होंने ट्विटर पर भी घटना को लेकर कोई संवेदना व्यक्त नहीं की है।
सुप्रीम कोर्ट ने मुंबई में डांस बार को इजाजत दी है। लेकिन महाराष्ट्र सरकार कड़े कानून ले आई है। इस कानून की आड़ में किसके हो रहे हैं पौ-बारह। मुंबई समेत महाराष्ट्र में डांस बार से पाबंदी हटाने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश को अरसा बीत चुका है। लेकिन कानूनी तरीके से मुंबई में डांस बार अब तक शुरू नहीं हो पाए हैं।
गुजरात दंगों के गुलबर्ग सोसायटी हत्याकांड पर विशेष अदालत ने गुरुवार को फैसला सुनाते हुए 24 लोगों को दोषी ठहराया है। अदालत ने मामले में 36 लोगों को बेगुनाह माना है। कोर्ट ने जिन 36 लोगों को बरी किया है उनमें एक पुलिस इंस्पेक्टर और भाजपा पार्षद भी शामिल है। अदालत ने कहा कि 34 आरोपियों को सबूतों की कमी की वजह से बरी किया गया है। अदालत ने कहा कि यह घटनाक्रम साजिश के तहत नहीं हुआ। मामले में सजा 6 जून को मुकर्रर की जाएगी।
हेराफेरी, राजा हिंदुस्तानी और बादशाह जैसी फिल्मों में अपने हास्य से लोगों का दिल जीतने वाले वरिष्ठ हास्य अभिनेता रज्जाक खान अब इस दुनिया में नहीं रहे। बुधवार को दिल का दौरा पड़ने से मुंबई में उनका निधन हो गया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने देश की राजनीति में गुबार पैदा करने वाले बिसाहड़ा काण्ड मामले में पीड़ित के घर में मिले गोश्त के गोमांस होने सम्बन्धी फोरेंसिक रिपोर्ट पर सवाल उठाये हैं। दूसरी ओर, भाजपा सांसद आदित्यनाथ ने सरकार और मीडिया को कठघरे में खड़ा करते हुए पीड़ित पक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने और उन्हें दी गयी सरकारी सहायता वापस लेने की मांग की है।
लंदन में 19 करोड़ की बेनामी संपत्ति के मामले में भाजपा के राष्ट्रीय सचिव सिद़धार्थ नाथ सिंह का नाम भी सामने आ रहा है। कांग्रेस ने आरोप लगाते हुए कहा है कि सिंह के विवादित ऑर्म्स डीलर संजय भंडारी से भी संबंध हैं। सिंह ने भंडारी को बहुत कम समय में फोन पर 450 काॅॅल की।
उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मंगलवार को वाराणसी के एक गांव में दलितों के साथ भोजन किया। समरसता भोज नाम के इस कार्यक्रम पर तंज कसते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि संदेश देने के लिए उन्होंने भी मजदूरों के साथ भोजन किया था, लेकिन कभी उनकी जाति नहीं पूछी थी।
अपनी सरकार के कार्यकाल के चार साल से अधिक पूरा कर चुके उत्तर प्रदेश के अब तक के सबसे युवा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव चुनौतियों के बीच भी आत्मविश्वास से लबरेज नजर आते हैं। आउटलुक से उन्होंने लंबी बातचीत की। प्रस्तुत हैं बातचीत के अंश: