रिलायंस इंडस्ट्रीज की 40वीं एनुअल जनरल मीटिंग में जियो ने अपना नया 4जी फोन लॉन्च कर दिया है। कहा जा रहा है कि यह सबसे सस्ता 4जी फोन होगा। इसका नाम 'इंडिया का इंटेलीजेंट स्मार्टफोन' नाम रखा गया है।
नियंत्रक-महालेखा परीक्षक यानी सीएजी ने आज संसद में एक रिपोर्ट रखी। इसमें कहा गया है कि कई टेलीकॉम ऑपरेटर ने अपना राजस्व कम करके दिखाया है। इनमें भारती एयरटेल, वोडाफोन जैसी कंपनियां भी शामिल हैं।
उथल पुथल के इस दौर में लगता है राजनीति की तरह बाजार में भी महागठबंधन का युग आ गया है। जिस तरह करिश्माई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शिकस्त देने के लिए बाकी पार्टिया आपसी दुश्मनी को तिलांजलि देकर गठबंधन करने को मजबूर हो रही हैं, उसी तरह भारतीय टेलीकॉम उद्योग बाजार में मुंकेश अंबानी के जियो के लगातार बढ़ते प्रभाव को टक्कर देने के लिए दो टेलीकॉम दिग्गजों वोडाफोन और आदित्य बिड़ला ग्रुप के आइडिया सेल्युलर ने महागठबंधन का सहारा लिया है। मजे की बात है अब तक जिनके खिलाफ गठबंधन को आजमाने की कोशिशें शुरु हुई हैं वे दोनों, मोदी और मुकेश अंबानी, गुजरात के हैं।
पिछले पांच दिन से जारी स्पेक्ट्रम नीलामी आज कुल मिलाकर 65,789 करोड़ रुपये की बोली के साथ समाप्त हो गई। नीलामी में जितना स्पेक्ट्रम पेश किया गया था उसके महज 40 प्रतिशत के लिए ही बोलियां मिलीं। इस दौरान अपेक्षाकृत महंगे 700 मेगाहर्ट्ज और 900 मेगाहर्ट्ज के बैंड के लिए कोई खरीदार सामने नहीं आया। सरकार को अकेले 700 मेगाहर्ट्ज बैंड के स्पेक्ट्रम से ही चार लाख करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद थी।
देश की सबसे बड़ी स्पेक्ट्रम नीलामी आज शुरू हो गई। इसके तहत 5.63 लाख करोड़ रुपये की स्पेक्ट्रम नीलामी की उम्मीद है। इस नीलामी में देश की जानी-मानी दूरसंचार कंपनियां भाग लेंगी। इनमें रिलायंस जियो, वोडाफोन, आइडिया सेल्युलर और भारती एयरटेल शामिल हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने एस्सार समूह के प्रमोटर रविकांत रुइया के विदेश जाने पर रोक लगा दी है। 2जी स्पेक्ट्रम आबंटन मामले में ट्रायल चलने के दौरान रुइया को विदेश जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। अपने आदेश में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ऐसे मामलों में अदालतों का अनुभव बेहद खराब रहा है। उद्योगपति विदेश जाते हैं और ट्रायल के लिए लौटते ही नहीं।
केंद्र की पूर्ववर्ती यूपीए सरकार पर दाग बन चुके 2-जी स्पेक्ट्रम घोटाले में अपना पक्ष रखने हुए पूर्व दूरसंचार मंत्री ए. राजा ने इसके लिए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने इस घोटाले को लेकर एक पुस्तक लिखी है, 'इन माई डिफेंस' । इसमें उन्होंने यह बताने की कोशिश की है कि उन्हें उन फैसलों के लिए ज़िम्मेदार ठहराकर बलि का बकरा बनाया गया, जो तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने मंजूर किए थे। द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके) के नेता ए. राजा ने 2-जी स्पेक्ट्रम घोटाले के आरोपी के तौर पर जेल में 15 महीने बिताए हैं। इसी घोटाले के चलते उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। उनकी पुस्तक को डीएमके के नेताओं ने पढ़कर छपवाने की इजाजत दे दी है और इसके प्रकाशक इसे नवंबर में रिलीज करने की तैयारी में हैं।
एस्सार फोन टैपिंग कांड में केंद्र सरकार जांच का आदेश दे सकती है। बताया जा रहा है कि एस्सार समूह के कथित शह पर की गई अवैध टैपिंग में सरकार बंद हो चुकी हचिसन टेलीकॉम और मुंबई पुलिस की भूमिका की जांच एक केंद्रीय एजेंसी से करवा सकती है।