केरल में मंत्रियों और अधिकारियों ने हमेशा से दिए जा रहे उदाहरण को अपनाते हुए एक अच्छी कोशिश की ओर कदम बढ़ाया है। सरकारी स्कूल की जर्जर हालात को देखते हुए हमेशा से एक उदाहरण दिया जाता है कि अगर मंत्रियों और अधिकारियों के बच्चें सरकारी स्कूल में पढ़ने लग जाए तो हालात में तेजी से सुधार हो सकता है।
दिल्ली विश्वविद्यालय में आईएसआईएस के समर्थन में नारे लिखे जाने की घटना सामने आई है। डीयू के स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स की दीवारों पर ये नारे लिखे गए हैं। शिक्षकों और छात्र संगठनों ने इस मामले की जांच की मांग की है।
दिल्ली यूनिवर्सिटी सहित आईआईटी दिल्ली तथा अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की वेबसाइट को कथित तौर पर पाकिस्तानी हैकर्स ने हैक कर लिया। डीयू और एएमयू की वेबसाइट पर खुद को पाकिस्तानी हैकर बताते हुए कश्मीर का जिक्र करते हुए लिखा गया है, ‘क्या तुम लोग जानते हो कि कश्मीर में तुम्हारे हीरो (सैनिक) क्या कर रहे हैं? क्या तुम जानते हो वे कश्मीर में कई बेगुनाहों को मार रहे हैं?
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का पीछा करने वाले डीयू के चारो छात्रों को जमानत पर रिहा कर दिया गया है। दो आरोपी छात्रों ने मीडिया के सामने आते हुए माफी भी मांगी है। छात्रों ने गलती स्वीकारते हुए कहा कि सोशल मीडिया के लिए फनी वीडियो बनाने के चक्कर में उनसे गलती हुई है।
दिल्ली विश्वविद्यालय के नशे में धुत चार छात्रों ने लुटियन की दिल्ली में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की कार का कथित तौर पर पीछा किया जिसके बाद छात्रों को हिरासत में ले लिया गया।
दिल्ली विश्वविद्यालय के लड़कियों के दो छात्रावासों ने होली पर उनके बाहर निकलने पर प्रतिबंध लगा दिया है जिसे लेकर छात्राओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और इस कदम को मनमाना करार दिया है।
गढ़चिरौली की एक अदालत ने दिल्ली विश्वविद्यालय के राम लाल आनंद कॉलेज के निलंबित प्रोफेसर जीएन साई बाबा को नक्सलियों से संबंध रखने का दोषी करार देते हुए उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। कोर्ट ने साईबाबा को भारत के खिलाफ षड्यंत्र रचने का भी दोषी माना है। कोर्ट ने साईबाबा के अलावा 4 अन्य लोगों को भी उम्र कैद की सजा सुनाई है। इनके अलावा विजय तिर्की को 10 साज की सजा सुनाई है।
दिल्ली विश्वविद्यालय ने निर्धारित समय में डिग्री की पढ़ाई पूरी नहीं कर पाने वाले छात्रों को दिया जाने वाला विशेष अवसर का प्रावधान हटाने का फैसला किया है।
दिल्ली विश्वविद्यालय, जेएनयू और जामिया के सैकड़ों छात्र और शिक्षक मंगलवार को विश्वविद्यालयों को एबीवीपी के आक्रमण और विरोध को दबाने के खिलाफ सड़कों पर उतरे। लेफ्ट संगठनों के विरोध मार्च का जवाब देने के लिए डूसू और एबीवीपी ने 2 मार्च को प्रदर्शन करने का फैसला किया है।