प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बुलावे पर दिल्ली आए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के घर जापर कर सियासी हलचल बढ़ा दी।
सीएम नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को पटना में एक कार्यक्रम में शामिल होना था। तेजस्वी इस कार्यक्रम में नहीं पहुंचे। साथ ही मंच से तेजस्वी की नेम प्लेट को भी हटा लिया गया।
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने दो टूक कहा है कि तेजस्वी यादव उप मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि सिर्फ एफआईआर दर्ज होने से की वजह से इस्तीफा नहीं दिया जाएगा। यह कोई वाजिब कारण नहीं है।
बिहार में सियासत गरम है। भाजपा और राजद के बीच चल रही तनातनी की बानगी जुबानी जंग में साफ दिखाई दे रही है। भाजपा नेता सुशील मोदी ने अब तेजस्वी यादव की तुलना निर्भया के बलात्कारी से कर दी है। मोदी के ट्वीट के बाद राजनीतिक बयानबाजी और तेज हो गई है।
भ्रष्टाचार के आरोपों और इस्तीफे की मांग में फंसे हुए लालू प्रसाद यादव के बेटे और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया है। इस वीडियो में उन्होंने बॉडीगार्ड्स पर मीडियाकर्मियों से मारपीट करने की खबरों का जवाब दिया है।
पटना के मनेर विधानसभा से आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वह किसी कीमत पर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को इस्तीफा नहीं देने देंगे।
लालू और नीतीश के बीच खींचतान का आलम साफ तौर पर बढ़ता दिखाई दे रहा है। अब बिहार में महागठबंधन के बने रहने पर भी संशय के बादल मंडरा रहे हैं। एक ओर जहां नीतीश सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है, वहीं लालू यादव और पार्टी उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की कुर्सी में आंच नहीं आने देना चाह रहे हैं।
बेशक जदयू ने राष्ट्रपति के लिए एनडीए समर्थित उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन देकर विपक्षी एकता को झटका दिया हो लेकिन उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के गोपालकृष्ण गांधी के नाम पर नीतिश ने राहुल की बात मान ली है। इस कदम को विपक्ष की कूटनीतिक जीत माना जा रहा है।
बीजेपी ने नीतीश कुमार को नोटंकीबाज बताया है।बीजेपी का कहना है कि नीतीश कुमार ने आपनी कुर्सी सुरक्षित रखने के लिए ही तेजस्वी यादव को चार दिन का वक्त देने का ड्रामा किया है।