आम आदमी पार्टी (AAP) से बर्खास्त किए मंत्री कपिल मिश्रा का सीएम अरविंद केजरीवाल पर एक के बाद एक कई आरोपों को लेकर उन पर हमला बोल रहे थे। इस बार कपिल मिश्रा आरोप नहीं बल्कि खुद ही आज सुबह सीएम केजरीवाल के जनता दरबार में जा पहुंचे। रोके जाने पर उन्होंने बाहर बैठकर भजन-कीर्तन करना शुरू कर दिया।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में अपनी-अपनी परेशानियां लेकर पहुंचे लोगों के बीच भगदड़ मच गई है जिसमें कई लोग घायल हो गए हैं।
नई दिल्ली की निजामुद्दीन दरगाह के सज्जादानशीन समेत दो हिंदुस्तानी उलेमा पाकिस्तान में लापता हैं, जिसके बाद भारत ने इस मामले को पाकिस्तान सरकार के सामने उठाया है।
दुनिया भर में आर्थिक क्षेत्र में एक बेहतर निवेश संभावनाओं वाले देश के रूप में अपनी पहचान बना चुके भारत के मामले में एक रोचक तथ्य यह भी है कि यहां प्रत्येक 100 मतदाताओं में से केवल सात ही करदाता हैं। इसके आधार पर कहा जा रहा है कि दुनिया के इस सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश में राजकोषीय लेकतंत्र विकसित नहीं हो सका है।
पंजाब में पिछले दिनों सिखों से जुड़े कुछ मुद्दों पर विवाद खड़ा हो जाने के बाद सोमवार को क्षमा मांगने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अमृतसर के स्वर्ण मंदिर पहुंचे। वहां उन्होंने बरतन साफ किए। स्वर्ण मंदिर में मत्था टेकने के बाद पत्रकारों से बता करते हुए केजरीवाल ने कहा कि अनजाने में हम लोगों से कुछ गलतियां हो गई थीं, उसी का पश्चाताप करने हम यहां आए हैं। क्षमायाचना के लिए हमने दरबार साहेब की सेवा की। सेवा करने से हमें तृप्ती और बहुत शांति मिली।
संजय जोशी भाजपा में किसी बड़े पद पर नहीं हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से संजय जोशी का छत्तीस का आंकड़ा है। लेकिन इन सबके बावजूद संजय जोशी के यहां भाजपा नेताओं का दरबार लगता है।
बिहार की राजधानी पटना में सोमवार को जनता दरबार कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर एक युवक ने चप्पल फेंकीं। हालांकि चप्पल नीतीश कुमार को नहीं लगी और उनकी बगल में जाकर गिरी। जिसके बाद वहां मौजूद सुरक्षा बलों ने उस युवक को गिरफ्तार कर लिया।
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव मंत्रिपद पाने के बावजूद सरकारी बंगला लेने से इंकार कर दिया है। तेजस्वी और तेजप्रताप पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को आवंटित बंगले में ही रहेंगे। लालू और राबड़ी के साथ दोनों बेटों के रहने को लेकर भी सियासी नजरिए से देखा जा रहा है।
कारपोरेट क्षेत्र का एक हिस्सा और भारत के वित्त मंत्रालय में एक प्रभावशाली तबका विदेशी दान दाताओं के मामले में ज्यादा अनुदार रवैये की उपयोगिता के बारे में संशय रखता है। उनकी राय में सामाजिक क्षेत्र में विदेशी दाता पूंजी के प्रति ज्यादा अनुदार रुख प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को हतोत्साहित करेगा। ऐसी कारपोरेट राय की अगुवाई नारायण मूर्ति करते हैं। देखें नृपेंद्र मिश्र की पंचायती क्या रंग लाती है।